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शॉर्ट न्यूज़: 28 दिसंबर, 2020

शॉर्ट न्यूज़: 28 दिसंबर, 2020


चंद्रमा पर नाभिकीय संयंत्र

थौबल बहुउद्देशीय परियोजना (Thoubal Multipurpose Project)


चंद्रमा पर नाभिकीय संयंत्र

सन्दर्भ

हाल ही में, अमेरिकी ऊर्जा विभाग और नासा द्वारा ‘अंतरिक्ष परमाणु ऊर्जा और प्रणोदन के लिये राष्ट्रीय रणनीति’ जारी की गई।

 प्रमुख बिंदु

  • रणनीति के तहत, अंतरिक्ष नीति निदेशिका- 6 (SPD- 6) में नासा द्वारा वर्ष 2026-2027 तक चंद्रमा की सतह पर परमाणु विखंडन (Fission) ऊर्जा संयंत्र के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है।
  • यह संयंत्र 40 किलोवाट या उससे अधिक विद्युत उत्पादन में सक्षम होगा।
  • इसके अलावा, नासा का लक्ष्य वर्ष 2026 तक उड़ान से जुड़ी एक ऐसी हार्डवेयर प्रणाली विकसित करना है, जिसे वह चंद्रमा पर अभियान के दौरान लैंडर के साथ एकीकृत कर सके।
  • ऐसा अनुमान है कि विखंडन ऊर्जा प्रणाली भविष्य में चंद्रमा तथा मंगल पर रोबोट और मानव अन्वेषण अभियानों को लाभान्वित करेगी।

चीन का रुख

  • चीन ने इस खबर पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अमेरिका की इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना के कारण भविष्य में चंद्रमा पर एक सैन्य होड़ शुरू सकती है।
  • चीन के अनुसार चंद्रमा पर हीलियम गैस प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है, जिसका प्रयोग परमाणु विखंडन के लिये किया जा सकता है और चूँकि अमेरिका ने चंद्रमा पर मौजूद परमाणु सामग्रियों का दोहन कर परमाणु ऊर्जा संयंत्र के निर्माण की बात कही है, अतः वह चंद्रमा का इस्तेमाल परमाणु हथियार बनाने के स्थल के रूप में कर सकता है।
  • यद्यपि अमेरिका का कहना है कि उसका उद्देश्य चंद्रमा पर लंबे समय तक अनुसंधान और अध्ययन करने के लिये आवश्यक ऊर्जा की आपूर्ति को सुनिश्चित करना है।
  • ध्यातव्य है कि वर्ष 1979 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने चंद्रमा से जुड़ी संधि को मंज़ूरी दी थी, जिसमें कहा गया था कि चंद्रमा या किसी अन्य खगोलीय पिंड पर कोई भी देश कब्ज़ा कर अपनी संप्रभुता प्रदर्शित की कोशिश नहीं करेगा।
  • हालाँकि अमेरिका इस संधि में शामिल नहीं हुआ था लेकिन वह अभी तक इस संधि में तय नियमों का पालन करता आया है।

थौबल बहुउद्देशीय परियोजना (Thoubal Multipurpose Project)

संदर्भ

हाल ही में, पुरातत्वविदों की एक टीम ने रोमन साम्राज्य के पोम्पई शहर में एक प्राचीन फास्ट फूड काउंटर ‘थर्मोपोलियम’ का पता लगाया है।

प्रमुख बिंदु

  • यह फास्ट फूड काउंटर लगभग 2000 वर्ष पुराना माना जा रहा है, जिसे इस शहर में एक असाधारण अवस्था में संरक्षित किया गया था।
  • काउंटर को पक्षियों के चमकीले रंग के भित्तिचित्र और समुद्र के निचले भाग की तस्वीर से सजाया गया है। इसके अतिरिक्त, एक मुर्गी को स्पष्ट रूप से एक लाल शिखा तथा भूरे पंख के साथ चित्रित किया गया है।
  • यहाँ स्टॉल के कंटेनरों में सूअर का मांस, मछली, घोंघे और गोमांस के कण पाए गए हैं जिससे यह माना गया है कि इनका प्रयोग प्राचीन व्यंजनों में किया जाता होगा।
  • बेहतर तरीके से संरक्षित थर्मोपोलियम की खोज शोधकर्ताओं को यह समझने में मदद कर सकती है कि पोम्पई में लोग कैसे रहते थे और उन्होंने 2,000 साल पहले क्या खाया था। साथ ही, यह शहर के निवासियों द्वारा उपभोग किये गए भोजन की विविधता को भी दर्शाता है।
  • विदित है कि वर्ष 2019 में पोम्पई के पुरातात्विक पार्क रेजियो वी में थर्मोपोलियम नामक फास्ट फूड काउंटर की आंशिक रूप से खुदाई की गई थी।
  • उल्लेखनीय है कि हाल ही में, इटली के संस्कृति मंत्रालय ने माउंट विसुवियस के ज्वालामुखी विस्फोट के समय के दो पुरुषों के पूर्णता संरक्षित अवशेषों के पाए जाने की घोषणा भी की थी।

पोम्पई शहर

  • पोम्पई दक्षिणी इटली के कैम्पानिया क्षेत्र में नेपल्स की खाड़ी पर स्थित है जो रोम के कुलीन नागरिकों के लिये एक रिसोर्ट शहर के रूप में जाना जाता है।
  • 2000 वर्ष पूर्व 79 ई. में माउंट वेसुवियस के विस्फोट के बाद यह शहर ज्वालामुखीय मलबे से पूरी तरह दब गया था।
  • पोम्पई शहर को यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है।

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