शॉर्ट न्यूज़ : 25 अप्रैल , 2024
मस्तिष्क रोगों के लिए टास्क फ़ोर्स
सामरिक बल कमान (SFC)
कालेसर वन्यजीव अभयारण्य
सेंग खिहलंग उत्सव
खोंगजोम दिवस
बांग्लादेशी गायिका रेजवाना चौधरी को पद्मश्री पुरस्कार
लॉरियस स्पोर्ट्स पुरस्कार
अंतरराष्ट्रीय आपदा-रोधी अवसंरचना सम्मेलन
आर्यभट्ट पुरस्कार
विश्व मलेरिया दिवस
मस्तिष्क रोगों के लिए टास्क फ़ोर्स
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मस्तिष्क रोगों की निगरानी, रोकथाम और उपचार के लिए प्रभावी रणनीति तैयार करने के लिए एक राष्ट्रीय टास्क फोर्स का गठन किया है।
टास्क फ़ोर्स के बारे में
- इसमें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान, नीति आयोग, स्वास्थ्य मंत्रालय और अन्य के सदस्य शामिल हैं।
- मस्तिष्क स्वास्थ्य पर टास्क फोर्स को आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में तंत्रिका संबंधी विकारों के प्रचार, प्रबंधन और रोकथाम के लिए रणनीति तैयार करने का भी काम सौंपा गया है।
- टास्क फोर्स को प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक स्तर पर मस्तिष्क स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच और गुणवत्ता में सुधार के लिए मार्ग सुझाने तथा तंत्रिका संबंधी विकारों वाले रोगियों को प्रभावी, समय पर निदान, उपचार और देखभाल प्रदान करने के लिए एक मजबूत, संरचित प्रणाली को मजबूत बनाने और बनाने के लिए किए जाने वाले विशिष्ट कार्यों की सिफारिश करने के लिए कहा गया है।
- टास्क फोर्स को सहायक पुनर्वास अवसंरचना के लिए प्रणालियां बनाने के तरीके सुझाने को भी कहा गया है, जो तंत्रिका संबंधी स्थितियों से पीड़ित व्यक्तियों के समग्र स्वास्थ्य और कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने के उद्देश्य से सेवाएं और हस्तक्षेप प्रदान करने में सक्षम हों।
सामरिक बल कमान (SFC)
सामरिक बल कमान (Strategic Forces Command) के तत्वावधान में मध्यम दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल के नए संस्करण का 23 अप्रैल, 2024 को सफल प्रक्षेपण किया गया।
सामरिक बल कमान के बारे में
- एस.एफ.सी, जिसे सामरिक परमाणु कमान (Strategic Nuclear Command) भी कहा जाता है, भारत के परमाणु कमान प्राधिकरण (NCA) का हिस्सा है।
- एस.एफ.सी. की स्थापना जनवरी 2004 में की गई थी और यह देश के सामरिक और रणनीतिक परमाणु हथियारों के भंडार के प्रबंधन और प्रशासन के लिए जिम्मेदार है।
- एसएफसी की जिम्मेदारियाँ :
- एक वरिष्ठ अधिकारी, कमांडर-इन-चीफ के नेतृत्व में एनसीए के आदेशों को क्रियान्वित करना।
- एनसीए से स्पष्ट मंजूरी प्राप्त करने के बाद परमाणु हथियार और हथियार पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू करना।
- इसके अलावा, अंतिम लक्ष्य चयन भी एनसीए से औपचारिक अनुमोदन सहित निर्णय लेने के विभिन्न स्तरों को शामिल करते हुए एक कैलिब्रेटेड, संचयी प्रक्रिया के माध्यम से एसएफसी द्वारा किया जाता है।
- परमाणु संपत्तियों पर पूर्ण कमान और नियंत्रण का प्रयोग करके सभी रणनीतिक बलों का प्रबंधन और प्रशासन करना और और आवश्यक कार्यों को पूरा करने के लिए आवश्यकतानुसार सभी आकस्मिक योजनाएँ तैयार करना।
- इसमें भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना (आईएएफ) और भारतीय नौसेना के अधिकारी और कर्मी शामिल हैं जो अपनी-अपनी सेवाओं से प्रतिनियुक्त हैं।
- कमांडर-इन-चीफ, एक 3-स्टार जनरल, को तीनों सेवाओं से बारी-बारी से नियुक्त किया जाता है।
परमाणु कमान प्राधिकरण
- यह भारत के परमाणु हथियार कार्यक्रम के संबंध में कमान, नियंत्रण और परिचालन निर्णयों के लिए जिम्मेदार प्राधिकरण है।
- परमाणु कमान प्राधिकरण में एक राजनीतिक परिषद और एक कार्यकारी परिषद शामिल है।
- राजनीतिक परिषद :
- इसकी अध्यक्षता भारत के प्रधान मंत्री करते हैं।
- यह एकमात्र निकाय है जो परमाणु हथियारों के उपयोग को अधिकृत कर सकता है।
- कार्यकारी परिषद :
- इसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार करते हैं।
- यह परमाणु कमान प्राधिकरण द्वारा निर्णय लेने के लिए इनपुट प्रदान करता है।
- राजनीतिक परिषद द्वारा दिए गए निर्देशों को निष्पादित करता है।
क्रिस्टल मेज़ 2 (Crystal Maze 2)
- भारतीय वायु सेना ने 250 किलोमीटर से अधिक दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम हवा से प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल के सफल परीक्षण किया है।
- इस मिसाइल को ROCKS या क्रिस्टल मेज़ 2 के नाम दिया गया है। यह इजरायल से आयातित क्रिस्टल मेज़ 1का उन्नत संस्करण है।
- इसका परीक्षण अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में Su-30 MKI फाइटर जेट से किया गया था।
- विशेषताएं:
- विस्तारित स्टैंड-ऑफ रेंज के साथ हवा से सतह पर मार करने में सक्षम।
- इसे लंबी दूरी के रडार और वायु रक्षा प्रणालियों सहित उच्च-मूल्य वाले स्थिर और स्थानांतरित लक्ष्यों पर हमला करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- यह जीपीएस-अस्वीकृत वातावरण में विशेष रूप से प्रभावी है और वायु रक्षा प्रणालियों द्वारा संरक्षित क्षेत्रों में भी प्रवेश कर सकती है।
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कालेसर वन्यजीव अभयारण्य
सर्वोच्च न्यायालय ने कालेसर वन्यजीव अभयारण्य के अंदर चार प्रस्तावित बांधों के निर्माण पर रोक लगा दी है।
- कालेसर वन्यजीव के बारे में
- भौगोलिक अवस्थिति : शिवालिक श्रेणी की तलहटी में यमुनानगर, हरियाणा
- प्रमुख वृक्ष प्रजाति : साल, खैर, शिसम, तून, सेन और आंवला
- प्रमुख पशु प्रजाति : तेंदुआ, घोरल, बार्किंग हिरण, सांभर, चीतल, अजगर, किंग कोबरा, मॉनिटर छिपकली आदि।
- कभी-कभी, उत्तराखंड में स्थित राजाजी राष्ट्रीय उद्यान से बाघ और हाथी इस पार्क में आते हैं।
- साझा सीमाएँ : हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश
- यमुना नदी उत्तर प्रदेश के साथ पूर्वी सीमा बनाती है जबकि मुख्य शिवालिक पर्वतमाला उत्तर में हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बीच राज्य की सीमा को अलग करती है।
- राष्ट्रीय उद्यान के उत्तर में सिंबलवाड़ा वन्यजीव अभयारण्य (हिमाचल प्रदेश) स्थित है जिसे रिज लाइन द्वारा अलग किया गया है।
- कालेसर राष्ट्रीय उद्यान का नाम संरक्षित क्षेत्र में स्थित कालेसर (शिव) मंदिर के नाम पर रखा गया है।
- इसे 13 दिसंबर 1996 को वन्यजीव अभयारण्य के रूप में अधिसूचित किया गया था।
- 8 दिसंबर 2003 को इस पार्क को राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था।
सेंग खिहलंग उत्सव
- हाल ही में मेघालय में 34वां सेंग खिहलंग उत्सव संपन्न हुआ
- यह उत्सव खासी समुदाय में आस्था रखने वाले अनुयायियों के लिए एक एकीकृत मंच प्रदान करता है।
- इस त्योहार में मोनोलिथ का प्रतीकात्मक आदान-प्रदान किया जाता है, जो खासी समुदाय के बीच स्थायी एकता की भावना का प्रतीक है।
खासी समुदाय
- यह मेघालय का सबसे बड़ा समुदाय है।
- ये मुख्य रूप से मेघालय के पूर्वी भाग, उत्तर-पूर्वी भारत के खासी और जैंतिया पहाड़ियों में रहते हैं।
- ये लोग खासी भाषा बोलते हैं।
- यह मातृसत्तात्मक समाज है।
- इस समुदाय की सबसे छोटी बेटी ही पैतृक संपत्ति पाने की अधिकारी होती है।
प्रश्न - सेंग खिहलंग उत्सव किस राज्य में मनाया जाता है ?
(a) असम
(b) मेघालय
(c) त्रिपुरा
(d) मिजोरम
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खोंगजोम दिवस
- हाल ही में मणिपुर में खोंगजोम दिवस मनाया गया
- इसे वर्ष 1891 के खोंगजोम युद्ध में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाले सैनिकों की याद में प्रति वर्ष 23 अप्रैल को मनाया जाता है
- खोंगजोम युद्ध स्मारक मणिपुर के थौबल जिले के खेबा चिंग में स्थित है
खोंगजोम युद्ध
- यह युद्ध वर्ष 1891 में मणिपुर की सेना और अंग्रेजों के बीच हुआ था
- इसमें मणिपुरी सेना हार गई और मणिपुर पर अंग्रेजों का अधिकार हो गया
बांग्लादेशी गायिका रेजवाना चौधरी को पद्मश्री पुरस्कार
- हाल ही में राष्ट्रपति द्वारा बांग्लादेशी गायिका रेजवाना चौधरी को पद्मश्री पुरस्कार प्रदान किया गया
- इन्हें यह पुरस्कार कला के क्षेत्र में योगदान के लिए दिया गया
- ये रवीन्द्र संगीत से संबंधित हैं, इन्होंने रवीन्द्र संगीत पर कई किताबें भी लिखी हैं।
- ये ढाका में एक संगीत विद्यालय 'शूरेर धारा' चलाती हैं।
पद्म पुरस्कार
- पद्म पुरस्कार(पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री) देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से हैं।
- ये पुरस्कार कला, साहित्य, शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, और विज्ञान समेत कई क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियां हासिल करने वाले और विशिष्ट काम करने वालों को दिए जाते हैं।
- वर्ष, 1954 से प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर इनकी घोषणा की जाती है।
- पद्म विभूषण में तीन वर्ग थे- पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग।
- 8 जनवरी 1955 को इनका नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री कर दिया गया।
- पद्म विभूषण - असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए
- पद्म भूषण - उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए
- पद्म श्री - विशिष्ट सेवा के लिए
लॉरियस स्पोर्ट्स पुरस्कार
- हाल ही में नोवाक जोकोविच को लॉरियस स्पोर्ट्समैन ऑफ द ईयर का पुरस्कार प्रदान किया गया।
- नोवाक जोकोविच एक प्रसिद्ध टेनिस खिलाड़ी हैं
- नोवाक जोकोविच ने पांचवीं बार लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्समैन ऑफ द ईयर का पुरस्कार प्राप्त किया
- जोकोविच इससे पहले वर्ष 2012, 2015, 2016 और 2019 में भी यह पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं।
- स्पेन की फुटबॉल खिलाड़ी ऐटाना बोनमती को वर्ल्ड स्पोर्टसवुमन ऑफ द ईयर का पुरस्कार प्रदान किया गया
लॉरियस स्पोर्ट्स पुरस्कार
- यह एक वार्षिक पुरस्कार समारोह है
- इसे खेलों का ऑस्कर कहा जाता है।
- इसमें खेल जगत के व्यक्तियों और टीमों को साल भर की खेल उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया जाता है।
- इनकी स्थापना वर्ष 1999 में लॉरियस स्पोर्ट फॉर गुड फाउंडेशन के संस्थापक संरक्षक डेमलर और रिचमोंट द्वारा की गई थी
- पहली बार ये पुरस्कार वर्ष 2000 में प्रदान किये गए थे
अंतरराष्ट्रीय आपदा-रोधी अवसंरचना सम्मेलन
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छठे अंतरराष्ट्रीय आपदा-रोधी अवसंरचना सम्मेलन को संबोधित किया।
- इस सम्मलेन का आयोजन दिल्ली में किया जा रहा है।
- इसका उद्देश्य ऐसे लचीले बुनियादी ढांचे का निर्माण करना, जो आपदाओं और जलवायु परिवर्तन का सामना कर सके।
- इस सम्मेलन का विषय "अधिक लचीले कल के लिए आज निवेश करें" है।
- अंतरराष्ट्रीय आपदा-रोधी अवसंरचना सम्मेलन की शुरुआत वर्ष 2019 में हुई थी।
- वर्तमान में यह 39 देशों और 7 संगठनों का एक वैश्विक गठबंधन है।
आर्यभट्ट पुरस्कार
- हाल ही में पावुलुरी सुब्बा राव को'आर्यभट्ट पुरस्कार' से सम्मानित किया गया
- इन्हें यह पुरस्कार "भारत में अंतरिक्ष विज्ञान को बढ़ावा देने में योगदान" के लिए मिला।
- पावुलुरी सुब्बा राव, अनंत टेक्नोलॉजीज के संस्थापक हैं
आर्यभट्ट पुरस्कार
- इस पुरस्कार का नाम पाँचवीं शताब्दी के भारतीय खगोलशास्त्री और गणितज्ञ आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया है।
- इस पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1992 हुई थी।
- एयरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (ASI) ने भारत में अंतरिक्ष विज्ञान को बढ़ावा देने में किए इस पुरस्कार की स्थापना की थी।
- इसका उद्देश्य भारत में अंतरिक्ष विज्ञान को बढ़ावा देने में उत्कृष्टता को मान्यता देना है।
- एस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया उन लोगों को आर्यभट्ट पुरस्कार प्रदान करती है
- जिन्होंने भारत में अंतरिक्ष विज्ञान और एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
विश्व मलेरिया दिवस
- प्रति वर्ष 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है।
- इसका उद्देश्य मलेरिया की रोकथाम और नियंत्रण के प्रति जागरूकता पैदा करना है
- इसकी शुरुआत विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वर्ष 2007 में की गई थी।
- विश्व मलेरिया दिवस 2024 की थीम - "अधिक न्यायसंगत दुनिया के लिए मलेरिया के खिलाफ लड़ाई को तेज करना।"
मलेरिया
- मलेरिया एक वाहक- जनित संक्रामक रोग है जो प्लाज़्मोडियम कुल के प्रोटोज़ोआ परजीवी द्वारा फैलता है।
- मलेरिया के परजीवी का वाहक मादा एनाफिलिज (Anopheles) मच्छर है।
- इसके काटने पर मलेरिया के परजीवी लाल रक्त कोशिकाओं में प्रवेश कर के बहुगुणित होते हैं।