शॉर्ट न्यूज़ : 23 जुलाई , 2024
भारतीय मसाला अनुसंधान संस्थान को सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी पुरस्कार
युकी भांबरी ने जीता स्विस ओपन खिताब 2024
राष्ट्रीय सांस्कृतिक मानचित्रण मिशन
लिएंडर पेस और विजय अमृतराज टेनिस हॉल ऑफ फेम में शामिल
राष्ट्रीय जिला खनिज फाउंडेशन पोर्टल
मनोलो मार्केज़, भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम के मुख्य कोच नियुक्त
फ्लोगाकैंथस सुधांशुशेखरी
डायसन स्फीयर
भारतीय मसाला अनुसंधान संस्थान को सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी पुरस्कार
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में भारतीय मसाला अनुसंधान संस्थान (IISR) को सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकी पुरस्कार प्रदान किया गया
- IISR को यह पुरस्कार बागवानी विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया
- 'तत्काल घुलनशील हल्दी युक्त मसाला सुगंधित दूध पाउडर बनाने की प्रक्रिया' नामक प्रौद्योगिकी, IISR के बागवानी विज्ञान प्रभाग के अंतर्गत शीर्ष पांच प्रौद्योगिकियों में से एक है
- IISR द्वारा इस तकनीक का व्यवसायीकरण मालाबार क्षेत्रीय सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड के साथ किया जा चुका है।
भारतीय मसाला अनुसंधान संस्थान
- यह मसालों पर अनुसंधान के लिए समर्पित एक प्रमुख संस्थान है।
- स्थापना – वर्ष 1986
- मुख्यालय – कोझिकोड(केरल)
- यह भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) का एक घटक निकाय है
युकी भांबरी ने जीता स्विस ओपन खिताब 2024
![UKIBHAMRI](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//UKIBHAMRI1.jpg)
चर्चा में क्यों ?
- युकी भांबरी और फ्रांस के अल्बानो ओलिवेटी ने स्विस ओपन 2024 का युगल खिताब जीता।
- इन्होंने फाइनल में फ्रांस के फैब्रिस मार्टिन और उगो हम्बर्ट को 3-6, 6-3 और 10-6 से हराया
- युकी भांबरी और अल्बानो ओलिवेटी का यह वर्ष 2024 का दूसरा एटीपी टूर खिताब है।
- इससे पहले इन्होंने बवेरियन इंटरनेशनल युगल खिताब जीता था।
- यह स्विस ओपन का 56वां संस्करण था
- इस आयोजन स्विट्जरलैंड के गस्टाड में रॉय इमर्सन एरिना में किया गया था।
राष्ट्रीय सांस्कृतिक मानचित्रण मिशन
![MAPPINGMISSION](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//MAPPINGMISSION.jpg)
चर्चा में क्यों ?
- भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने राष्ट्रीय सांस्कृतिक मानचित्रण मिशन की शुरुआत की है।
- इस परियोजना का उद्देश्य भारत के उन सभी बसे हुए गांवों को शामिल करना है, जिन्हें भारत के महापंजीयक और जनगणना आयुक्त द्वारा प्रकाशित जनगणना सूची, 2011 में 'गांव' के रूप में चिह्नित किया गया है
- लक्ष्य -
- विकास एवं सांस्कृतिक पहचान के साथ सांस्कृतिक विरासत की ताकत और इसके बारे में जागरूकता पैदा करना।
- 6.5 लाख गांवों का उनके भौगोलिक, जनसांख्यिकीय प्रोफाइल और रचनात्मक राजधानियों के साथ सांस्कृतिक मानचित्रण।
- कलाकारों और कलाओं के राष्ट्रीय रजिस्टर का निर्माण।
- राष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यस्थल के रूप में कार्य करने के लिए एक वेब पोर्टल और मोबाइल ऐप का विकास।
लिएंडर पेस और विजय अमृतराज टेनिस हॉल ऑफ फेम में शामिल
![HALL-OF-FAME](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//HALL-OF-FAME.jpg)
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में भारतीय टेनिस खिलाडी लिएंडर पेस और विजय अमृतराज को टेनिस हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया।
- ये टेनिस हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले पहले भारतीय और पहले एशियाई पुरुष खिलाड़ी हैं।
- अब टेनिस हॉल ऑफ फेम में 28 देशों के 267 खिलाड़ी शामिल हो गए हैं।
- टेनिस हॉल ऑफ फेम में लिएंडर पेस को खिलाड़ी और विजय अमृतराज को योगदानकर्ता श्रेणी में शामिल किया गया।
- लिएंडर पेस ने वर्ष 1996 के अटलांटा ओलंपिक खेलों में पुरुष एकल कांस्य पदक, 8 पुरुष युगल और 10 मिश्रित युगल ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं।
- ये युगल श्रेणी में विश्व रैंकिंग में नंबर 1 भी रह चुके हैं।
- लिएंडर पेस 7 ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाले दुनिया के एकमात्र टेनिस खिलाड़ी हैं।
प्रश्न - हाल ही में किस भारतीय खिलाडी को टेनिस हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया ?
(a) लिएंडर पेस
(b) महेश भूपति
(c) रोहन बोपन्ना
(d) सानिया मिर्ज़ा
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राष्ट्रीय जिला खनिज फाउंडेशन पोर्टल
![PORTAL](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//PORTAL.jpg)
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री ने राष्ट्रीय जिला खनिज फाउंडेशन पोर्टल का शुभारंभ किया।
- यह एक केंद्रीकृत मंच है, जो देश भर के जिला खनिज फाउंडेशनों के बारे में जानकारी एकत्र करेगा।
- इसका उद्देश्य जिला खनिज फाउंडेशन डेटा तक पहुंच को सुविधाजनक बनाना है।
- यह पोर्टल देश के 645 जिला खनिज फाउंडेशन का विस्तृत विवरण प्रदान करेगा
जिला खनिज फाउंडेशन
- यह गैर-लाभकारी निकाय के रूप में स्थापित एक ट्रस्ट है।
- इसकी स्थापना खान और खनिज (विकास और विनियमन) (MMDR) संशोधन अधिनियम 2015 के तहत की गई थी
- इसका उद्देश्य खनन संबंधी कार्यों से प्रभावित व्यक्तियों और क्षेत्रों के हित और लाभ के लिए राज्य सरकार द्वारा निर्धारित तरीके से कार्य करना है।
- इसका वित्तपोषण जिले में प्रमुख या लघु खनिज रियायतों के धारकों के योगदान के माध्यम से किया जाता है।
- इसके लिए धनराशि जिला स्तर पर एकत्रित की जाती है।
- जिला खनिज फाउंडेशन का संचालन संबंधित राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है।
- इसकी संरचना और कार्य राज्य सरकार द्वारा निर्धारित किये जाते हैं
फ्लोगाकैंथस सुधांशुशेखरी
भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण (BSI) के शोधकर्ताओं ने अरुणाचल प्रदेश के पापुम पारे जिले में स्थित ईटानगर वन्यजीव अभयारण्य से एक नई वनस्पति प्रजाति की खोज की है।
![FLOGACANTHUSS](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//FLOGACANTHUSS.jpg)
फ्लोगाकैंथस सुधांशुशेखरी (Phlogacanthus sudhansusekharii) के बार में
- नामकरण : इस प्रजाति का नाम बी.एस.आई. के वैज्ञानिक डॉ. सुधांशु शेखर दास के सम्मान में ‘फ्लोगाकैंथस सुधांशुशेखरी’ रखा गया है।
- इन्होंने भारतीय हिमालयी क्षेत्र में वनस्पति एवं पारिस्थितिकी अनुसंधान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
- वंश (Genus) एवं कुल (Family) : फ्लोगाकैंथस (Phlogacanthus) वंश एवं एकेंथेसी (Acanthaceae) कुल से संबंधित।
- विशेषताएं :
- भारत में फ्लोगाकैंथस वंश की 13 प्रजातियां पाई जाती हैं। यह मुख्यत: पूर्वोत्तर एवं पूर्वी हिमालयी राज्यों में फैली हुई है।
- नयी प्रजाति ‘फ्लोगाकैंथस गुट्टाटस (वाल) नीस’ से काफी मिलती-जुलती है। हालाँकि, कुछ रूपात्मक भिन्नताएं भी है जिसमें इसके पुष्पकोश (Calyx), स्टेमिनोड्स (Staminodes) के आकार, आकृति एवं रंग आदि शामिल हैं।
- वनस्पति विज्ञान में स्टैमिनोड को अल्पविकसित पुंकेसर होता है, अर्थात यह पराग का उत्पादन नहीं करता है।
डायसन स्फीयर
(प्रारंभिक परीक्षा: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी) |
मई 2024 में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड में ‘डायसन स्फीयर’ (Dyson Sphere) के संकेतों की खोज प्रारंभ की।
डायसन स्फीयर की खोज से संबंधित प्रमुख बिंदु
- इसके लिए पृथ्वी से 1,000 प्रकाश वर्ष के भीतर 5 मिलियन तारों को स्कैन किया गया।
- इस डाटा का विश्लेषण करने के बाद सात तारे ऐसे मिले हैं, जिनसे होने वाले अवरक्त विकिरण (Infrared Radiation) को समझाने में वैज्ञानिक असमर्थ रहे।
![DYSON](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//DYSON.jpg)
डायसन स्फीयर के बारे में
- डायसन स्फीयर एक काल्पनिक मेगास्ट्रक्चर है जो किसी तारे के चारों ओर उस तारे की ऊर्जा का उपयोग करने के लिए निर्मित होता है।
- मूल विचार यह है कि एक तारे के चारों ओर एक ऐसी संरचना का निर्माण किया जाता है जो तारे की विकिरण ऊर्जा (Radioactive Energy) को परिवर्तित, संग्रहीत या अन्य तरीके से उपयोग करती है।
- डायसन स्फीयर का नामकरण सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी फ्रीमैन डायसन (1923-2020) के नाम पर किया गया है, जिन्होंने इसके अस्तित्व की परिकल्पना की थी।
फ्रीमैन डायसन की परिकल्पना
- फ्रीमैन डायसन के अनुसार, तकनीकी रूप से उन्नत सभ्यताओं को ऊर्जा की इतनी अधिक मांग होगी कि उन्हें एक तारे की पूरी विकिरण शक्ति (ऊर्जा) का उपयोग करना होगा। इसके लिए उन्हें एक तारे के चारों ओर एक गोले में व्यवस्थित सौर ऊर्जा संग्राहकों का उपयोग करना होगा।
- खगोलशास्त्री इसे अंतरिक्ष में बुद्धिमत्ता पूर्ण जीवन के अप्रत्यक्ष संकेत के रूप में देख सकते हैं, विशेषकर ऐसे जीवन के लिए जो ऐसी विशाल संरचनाओं का निर्माण करने में सक्षम हों।
- कई वैज्ञानिकों ने डायसन क्षेत्र अवधारणा पर एक्स्ट्राटेरेस्ट्रियल इंटेलिजेंस (SETI) अनुसंधान के भाग के रूप में पुनर्विचार किया है।