शॉर्ट न्यूज़ : 24 जुलाई , 2024
रिगोबर्टा मेंचू तुम को गांधी मंडेला पुरस्कार 2020
सिक्किम में पर्यटक वाहनों के लिए कचरा बैग ले जाना अनिवार्य
डिजिपिन का बीटा संस्करण जारी
विभूति भूषण नायक बने भारतीय लागत लेखाकार संस्थान के नए अध्यक्ष
भारतीय कलारीपयट्टू महासंघ को मान्यता
अभिनव बिंद्रा को ओलंपिक ऑर्डर सम्मान
माइटोकॉन्ड्रियल रोग
रिगोबर्टा मेंचू तुम को गांधी मंडेला पुरस्कार 2020
![CHUTUM](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//CHUTUM.jpg)
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में रिगोबर्टा मेंचू तुम को गांधी मंडेला पुरस्कार 2020 दिया गया
- रिगोबर्टा मेंचू तुम ग्वाटेमाला की मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं
- इन्हें वर्ष 1998 में प्रिंसेस ऑफ़ ऑस्टुरियस पुरस्कार और वर्ष 1992 में नोबेल शांति पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है
गांधी मंडेला पुरस्कार
- यह पुरस्कार गांधी मंडेला फाउंडेशन द्वारा दिया जाता है
- इसकी स्थापना वर्ष 2019 में की गई थी
- यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिया जाता है जो शांति, सद्भाव और गांधी और मंडेला द्वारा समर्थित सिद्धांतों को आगे बढ़ाते हैं
- इस पुरस्कार में एक स्वर्ण पदक, देवदार की लकड़ी से बना एक बक्सा तथा भारत, नेपाल और बांग्लादेश के पूर्व मुख्य न्यायाधीशों की एक प्रतिष्ठित जूरी द्वारा हस्ताक्षरित एक प्रमाण पत्र शामिल होता है।
- गांधी मंडेला पुरस्कार 2019 दलाई लामा को दिया गया था
सिक्किम में पर्यटक वाहनों के लिए कचरा बैग ले जाना अनिवार्य
![NORTHSIKKIM](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//NORTHSIKKIM.jpg)
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में सिक्किम ने राज्य में प्रवेश करने वाले सभी पर्यटक वाहनों को एक कचरा बैग लाना अनिवार्य कर दिया
- इस निर्णय का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के लक्ष्य को प्राप्त करने में सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करना है।
- इस आदेश के अनुसार, पर्यटकों को कचरा बैग का उपयोग करने के बारे में सूचित करना टूर ऑपरेटरों, ट्रैवल एजेंसियों और वाहन चालकों की जिम्मेदारी होगी।
- पर्यटकों को कचरा प्रबंधन के बारे में शिक्षित करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
सिक्किम
- यह वर्ष 1950 में भारत का संरक्षित राज्य और वर्ष 1975 में जनमत-संग्रह के बाद एक भारतीय राज्य बन गया
- अंतरराष्ट्रीय सीमा - पश्चिम में नेपाल, उत्तर तथा पूर्व में चीन, दक्षिण-पूर्व में भूटान से लगती है
- घरेलु सीमा – पाश्चिम बंगाल से लगती है
- यह भारत का पहला ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) राज्य है
- यह भारत का एकमात्र पूर्णतः जैविक खेती वाला राज्य भी है
प्रश्न - हाल ही में किस राज्य ने सभी पर्यटक वाहनों को एक कचरा बैग लाना अनिवार्य कर दिया ?
(a) सिक्किम
(b) उत्तराखंड
(c) मेघालय
(d) असम
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डिजिपिन का बीटा संस्करण जारी
![DIGIPIN](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//DIGIPIN.jpg)
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में डाक विभाग ने डिजिपिन नाम से राष्ट्रीय एड्रेसिंग ग्रिड का बीटा संस्करण जारी किया।
- डाक विभाग ने इसे IIT हैदराबाद के सहयोग से इसे विकसित किया है।
- इसको जनता की प्रतिक्रिया जानने के लिए जारी किया गया है।
- इस संबंध में टिप्पणियां और सुझाव 22 जुलाई तक ईमेल द्वारा भेजे जा सकते हैं।
- यह डिजिपिन की कार्यप्रणाली को बेहतर करने में मदद करेगा।
डिजिटल पोस्टल इंडेक्स नंबर (DIGIPIN)
- यह भारत में एक मानकीकृत, जियो-कोडेड एड्रेसिंग प्रणाली स्थापित करने की एक पहल है
- इसका उपयोग पतों की भौगोलिक स्थिति को समझने के लिए किया जा सकता है
- इसका उद्देश्य सार्वजनिक और निजी सेवाओं के नागरिक-केंद्रित वितरण के लिए सरलीकृत एड्रेसिंग समाधान सुनिश्चित करना है
- यह प्रणाली भू-स्थानिक शासन के एक मजबूत और सुदृढ़ स्तंभ के रूप में कार्य करेगी
- इससे सार्वजनिक सेवा वितरण में वृद्धि, आपातकालीन प्रतिक्रिया में तेजी और रसद दक्षता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
विभूति भूषण नायक बने भारतीय लागत लेखाकार संस्थान के नए अध्यक्ष
![BHUSHANNAYAK](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//BHUSHANNAYAK.jpg)
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में विभूति भूषण नायक को वर्ष 2024-25 की अवधि के लिए भारतीय लागत लेखाकार संस्थान का अध्यक्ष चुना गया
- ये अश्विन दलवाड़ी का स्थान लेंगे
- टीसीए श्रीनिवास प्रसाद को वर्ष 2024-25 के लिए भारतीय लागत लेखाकार संस्थान का उपाध्यक्ष चुना गया है।
भारतीय लागत लेखाकार संस्थान
- यह एक सांविधिक निकाय है
- इसकी स्थापना लागत और कार्य लेखाकार अधिनियम, 1959 के प्रावधानों के तहत वर्ष 1959 में की गई थी।
- यह केंद्रीय कॉर्पोरेट मामलों का मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है।
- यह भारत में लागत और लेखा प्रबंधन का नियामक निकाय है।
- मुख्यालय – कोलकाता(पश्चिम बंगाल)
- इसकी चार क्षेत्रीय परिषदें हैं - कोलकाता, दिल्ली, मुंबई और चेन्नई
भारतीय कलारीपयट्टू महासंघ को मान्यता
![KALARIPAYTTU](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//KALARIPAYTTU.jpg)
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में देश में 'कलारीपयट्टू' को बढ़ावा देने के लिए भारतीय कलारीपयट्टू महासंघ को क्षेत्रीय खेल महासंघ के रूप में मान्यता दी गई
कलारीपयट्टू
- यह केरल की एक युद्ध-कला है।
- यह दो शब्दों से मिलकर बना है, कलारी का अर्थ है " लड़ाई का स्थान " और मलयालम में पयाट्टू का अर्थ है " लड़ाई"
- पौराणिक कथाओं के अनुसार ऋषि परशुराम कलारीपयट्टू के प्रवर्तक हैं।
- इसे वर्तमान में प्रचलित सबसे पुरानी युद्ध-पद्धतियों में से एक माना जाता है।
- इसका अभ्यास मुख्य रूप से केरल की योद्धा जातियों, जैसे- नायर, एझावा द्वारा किया जाता था।
- पारंपरिक कलारीपयट्टू की दो प्रमुख शैलियों को मान्यता प्राप्त है।
- इसकी उत्तरी शैली को ‘वडक्कन कलारी’ और दक्षिणी शैली को ‘थेक्कन कलारी’ कहते हैं।
- केरल के अतिरिक्त यह तमिलनाडु व कर्नाटक से सटे हिस्सों के साथ-साथ श्रीलंका और मलेशिया के मलयाली समुदाय के बीच भी प्रचलित है।
अभिनव बिंद्रा को ओलंपिक ऑर्डर सम्मान
![BINDRA](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//BINDRA.jpg)
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में अभिनव बिंद्रा को अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित किया गया है।
- इन्हें यह सम्मान ओलंपिक संचलन में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया है।
- अभिनव बिंद्रा ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय हैं।
- इन्होंने वर्ष 2008 में बीजिंग ओलंपिक में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।
ओलंपिक ऑर्डर सम्मान
- यह ओलंपिक में असाधारण सेवा के लिए अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है।
- इसकी शुरुआत वर्ष 1975 में हुई थी।
- इसे अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के सदस्यों, खिलाड़ियों और अन्य व्यक्तियों को दिया जाता है।
- यह पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाता हैः स्वर्ण, रजत और कांस्य।
- अभिनव बिंद्रा यह पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले भारतीय हैं।
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति
- यह एक गैर-सरकारी खेल संगठन है जो ओलंपिक खेलों के आयोजन के लिए जिम्मेदार है।
- स्थापना - वर्ष 1894
- मुख्यालय - लॉज़ेन, स्विट्जरलैंड
माइटोकॉन्ड्रियल रोग
- ब्रिटेन के बाद ऑस्ट्रेलिया में भी माइटोकॉन्ड्रियल दान के लिए प्रायोगिक परिक्षण किए जा रहे है।
- ऑस्ट्रेलिया में माइटोकॉन्ड्रियल दान की अनुमति देने वाला एक कानून 2022 में पारित किया गया था।
- माइटोकॉन्ड्रियल रोग (Mitochondrial disease/Mito) ऐसी स्थितियों का समूह है जो अंगों को ठीक से काम करने के लिए आवश्यक ऊर्जा उत्पन्न करने की क्षमता को प्रभावित करता है।
- वर्तमान चिकित्सा विज्ञान में माइटो का कोई इलाज नहीं है।
माइटोकॉन्ड्रियल रोग के प्रकार
- माता-पिता से विरासत मिले नाभिकीय डीएनए के दोषपूर्ण जीन के कारण
- स्वयं के माइटोकॉन्ड्रिया डीएनए में दोषपूर्ण जीन के कारण
माइटोकॉन्ड्रियल रोग के प्रभाव
- माइटोकॉन्ड्रियल रोग सबसे आम वंशानुगत चयापचय स्थिति है जो 5,000 लोगों में से एक को प्रभावित करती है ।
- माइटो किसी भी अंग को प्रभावित कर सकता है, लेकिन जिन अंगों को बहुत अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है जैसे कि मस्तिष्क, मांसपेशी और हृदय अन्य अंगों की तुलना में अधिक बार प्रभावित होते हैं।
- बचपन में प्रकट होने वाला माइटो अक्सर कई अंगों को प्रभावित करता है और इसके परिणाम कष्टकारी होते हैं।
माइटोकॉन्ड्रियल दान (Mitochondria donation)
- माइटोकॉन्ड्रियल दान एक प्रयोगात्मक आईवीएफ-आधारित तकनीक है, जो दोषपूर्ण माइटोकॉन्ड्रियल डीएनए वाले लोगों को दोषपूर्ण डीएनए को आगे बढ़ाए बिना आनुवंशिक रूप से संबंधित बच्चे पैदा करने की क्षमता प्रदान करती है।
- माइटोकॉन्ड्रियल दान का प्रचलन यूनाइटेड किंगडम में शुरू हुआ है, जहाँ इसके परिणामस्वरूप कुछ बच्चे पैदा हुए हैं ।
- हालांकि अभी तक, इस बारे में कोई रिपोर्ट नहीं मिली है कि वे माइटो से मुक्त हैं या नहीं।
![FERTILIZATION](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//FERTILIZATION.jpg)