शॉर्ट न्यूज़ : 07 जून , 2024
महारानी मंदिर
ओलेग कोनोनें - अंतरिक्ष में 1,000 दिन बिताने वाले पहले व्यक्ति
राकेश मोहन जोशी- भारतीय विदेश व्यापार संस्थान के नए कुलपति
हिंद-प्रशांत आर्थिक ढांचा
महारानी मंदिर
H5N2 बर्ड फ्लू से पहली बार किसी मनुष्य की मृत्यु
पैरेंग्योडोंटियम एल्बम
समाशोधन निगम
महारानी मंदिर
जम्मू एवं कश्मीर के गुलमर्ग में स्थित महारानी मंदिर के नाम से मशहूर शिव मंदिर भीषण अग्निकांड से प्रभावित हुआ।
प्रमुख बिंदु
- गुलमर्ग में एक पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर का निर्माण वर्ष 1915 में जम्मू एवं कश्मीर के महाराजा हरि सिंह की पत्नी महारानी मोहिनी बाई ने करवाया था।
- मूल रूप से मोहिनेश्वर शिवालय या रानी मंदिर के रूप में प्रसिद्ध महारानी मंदिर को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि इसे गुलमर्ग के सभी कोनों से देखा जा सकता है।
- प्राचीन काल में इस मंदिर को डोगरा के राजाओं का शाही मंदिर माना जाता था। यहाँ शिव एवं पार्वती की मूर्तियाँ स्थापित हैं।
- पूर्व में यह मंदिर शाही परिवार के प्रबंधन के अधीन और धर्मार्थ ट्रस्ट द्वारा संचालित था।
- भारतीय सेना ने इस 106 वर्ष पुराने मंदिर को बहाल करने के लिए वर्ष 2021 में स्थानीय समुदायों के साथ सहयोग किया।
ओलेग कोनोनें - अंतरिक्ष में 1,000 दिन बिताने वाले पहले व्यक्ति
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में ओलेग कोनोनें अंतरिक्ष में 1,000 दिन बिताने वाले पहले व्यक्ति बन गए
- ओलेग कोनोनें रूस के अंतरिक्ष यात्री है।
- ये वर्ष 2008 से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की 5 यात्राएं कर चुके हैं।
- इससे पहले यह रिकॉर्ड रूसी गेन्नेडी पडल्का के पास था।
- इन्होंने 878 दिन अंतरिक्ष में बिताये थे
राकेश मोहन जोशी- भारतीय विदेश व्यापार संस्थान के नए कुलपति
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में प्रो. राकेश मोहन जोशी को भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (IIFT) के कुलपति के रूप में नियुक्त किया गया।
भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (IIFT)
- इसकी स्थापना वर्ष 1963 में भारत सरकार द्वारा की गई थी
- यह नई दिल्ली में स्थित है
- यह वाणिज्य मंत्रालय के तहत एक प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूल है।
- इसका उद्देश्य भारत के बाहरी व्यापार क्षेत्र के लिए कौशल निर्माण में योगदान देना है।
- इसे वर्ष 2002 में "मानित विश्वविद्यालय" का दर्जा दिया गया था।
हिंद-प्रशांत आर्थिक ढांचा
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में सिंगापुर में हिंद-प्रशांत आर्थिक ढांचे (IPEF) की मंत्रिस्तरीय बैठक का आयोजन किया गया
- भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने वाणिज्य विभाग के सचिव श्री सुनील बर्थवाल के नेतृत्व में इस बैठक में भाग लिया
- नवंबर 2023 में IPEF की मंत्रिस्तरीय बैठक में स्वच्छ अर्थव्यवस्था, निष्पक्ष अर्थव्यवस्था और समृद्धि के लिए व्यापक समझौता हुआ था।
- इसके अनुसार, इसमें शामिल देशों ने इन समझौतों में शामिल विषयों पर घरेलू अनुमोदन प्रक्रियाओं की कानूनी समीक्षा पूरी की।
- भारत ने मंत्रिस्तरीय विचार-विमर्श में सक्रिय रूप से भाग लिया।
- भारत ने इन समझौतों पर औपचारिक रूप से हस्ताक्षर नहीं किए क्योंकि घरेलू अनुमोदन प्रक्रियाएं अब भी चल रही हैं।
हिंद-प्रशांत आर्थिक ढांचा
- इसकी शुरुआत वर्ष 2022 में जापान में की गई थी।
- इसमें 14 देश शामिल हैं-
- ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, फिजी, भारत, इंडोनेशिया, जापान, कोरिया गणराज्य, मलेशिया, न्यूजीलैंड, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, वियतनाम और अमेरिका
- इसका उद्देश्य सदस्य देशों में विकास, आर्थिक स्थिरता और समृद्धि के साथ आपसी सहयोग को मजबूत करना है।
- यह ढांचा चार स्तंभों से बना है-
- स्तंभ I: व्यापार
- स्तंभ II: आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन
- स्तंभ III: स्वच्छ अर्थव्यवस्था
- स्तंभ IV: निष्पक्ष अर्थव्यवस्था
- भारत इसके स्तंभ II, III और IV में शामिल है और स्तंभ-I में पर्यवेक्षक है।
महारानी मंदिर
चर्चा में क्यों ?
हाल ही में, जम्मू और कश्मीर के गुलमर्ग में स्थित प्राचीन महारानी मंदिर आग में जलकर नष्ट हो गया।
महारानी मंदिर
- यह जम्मू और कश्मीर के बारामूला जिले के गुलमर्ग शहर के मध्य में एक पहाड़ी पर स्थित है ।
- इसे रानी मंदिर या मोहिनेश्वर शिवालय के नाम से भी जाना जाता है
- यह मंदिर भगवान शिव और उनकी पत्नी पार्वती को समर्पित है।
- इसका निर्माण कश्मीर के पूर्व शासक महाराजा हरि सिंह की पत्नी मोहिनी बाई सिसोदिया ने वर्ष 1915 में करवाया था।
- यह मंदिर जम्मू और कश्मीर की रियासत के डोगरा राजवंश का शाही मंदिर था
- इसका निर्माण इस तरह किया गया है कि इसे गुलमर्ग के सभी कोनों से देखा जा सकता है।
- इस मंदिर की जटिल नक्काशी और डिजाइन भारतीय और फ़ारसी शैलियों का मिश्रण है।
- यह विभिन्न धर्मों के आपस में जुड़े होने का एक उदाहरण है, जिसमें एक मुस्लिम पुजारी मंदिर में अनुष्ठान करता है ।
- भारतीय सेना ने वर्ष 2021 में स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर इस मंदिर का जीर्णोद्धार किया था
H5N2 बर्ड फ्लू से पहली बार किसी मनुष्य की मृत्यु
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में मेक्सिको में एक व्यक्ति की मौत H5N2 बर्ड फ्लू के कारण हो गई
- H5N2 बर्ड फ्लू को पहले कभी भी किसी मनुष्य में नहीं पाया गया था।
H5N2 बर्ड फ्लू
- H5N2 एवियन इन्फ्लूएंजा ए वायरस का एक उपप्रकार है ।
- इन्फ्लूएंजा ए वायरस को उनकी सतह पर मौजूद प्रोटीन के आधार पर उपप्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है।
- H5N2 को पहली बार मेक्सिको में मुर्गियों में देखा गया था
- हालांकि H5N2 के बड़े पैमाने पर फैलने के विशिष्ट कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्रवासी पक्षियों के पैटर्न और घरेलू पक्षियों के साथ संपर्क जैसे कारक इसके प्रसार में योगदान करते हैं।
- H5N2 से मानव संक्रमण दुर्लभ है, फिर भी वायरस के उत्परिवर्तित होने के कारण मनुष्यों के बीच अधिक आसानी से संचारित होने की संभावना एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम पैदा करती है।
बर्ड फ्लू
- बर्ड फ्लू या एवियन फ्लू, एवियन इन्फ्लूएंजा ए वायरस के कारण होने वाला एक संक्रामक वायरल रोग है।
- यह मुख्य रूप से मुर्गीपालन और कुछ जंगली पक्षियों में फैलता है।
- यह पक्षियों में बीमारी और मृत्यु की एक बड़ी लहर का कारण बनता है।
- एवियन इन्फ्लूएंजा संक्रमित पक्षियों या दूषित वातावरण के सीधे संपर्क के कारण भी मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकता है।
- मनुष्यों में एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस संक्रमण से ऊपरी श्वसन पथ में हल्के से लेकर गंभीर संक्रमण हो सकता है
- इस रोग का निदान रियल-टाइम पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन जैसी आणविक विधियों का उपयोग करके किया जाता है
मेक्सिको
- यह उत्तरी अमेरिका में स्थित एक देश है, लेकिन सांस्कृतिक रूप से इसे लैटिन अमेरिका का हिस्सा माना जाता है।
- इसकी सीमा अमेरिका, ग्वाटेमाला और बेलीज़ से लगती है
- राजधानी - मेक्सिको सिटी
- मुद्रा - मैक्सिकन पेसो
प्रश्न – मेक्सिको की सीमा निम्नलिखित में से किस देश से नहीं लगती है ?
(a) होंडुरास
(b) अमेरिका
(c) ग्वाटेमाला
(d) बेलीज़
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पैरेंग्योडोंटियम एल्बम
साइंस ऑफ़ द टोटल एनवायरनमेंट जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, समुद्र में पाया जाने वाला पैरेंग्योडोंटियम एल्बम (Parengyodontium album) नामक कवक प्लास्टिक पॉलीइथिलीन को तोड़ सकता है।
पैरेंग्योडोंटियम एल्बम के बारे में
- कवक पैरेंग्योडोंटियम एल्बम समुद्र में प्लास्टिक के कचरे पर पतली परतों में अन्य समुद्री रोगाणुओं के साथ रहता है।
- रॉयल नीदरलैंड इंस्टीट्यूट फॉर सी रिसर्च के जीवविज्ञानियों ने पाया कि यह कवक प्लास्टिक पॉलीथीन (PE) के कणों को तोड़ने में सक्षम है। PE समुद्र में समाप्त होने वाले सभी प्लास्टिकों में सबसे प्रचुर मात्रा में है।
- विभिन्न अध्ययनों से पुष्टि हुई है कि पैरेंग्योडोंटियम एल्बम विश्व स्तर पर वितरित एक पर्यावरणीय कवक प्रजाति है, जो ध्रुवीय मृदा जैसे चरम वातावरण में भी पाए जा सकते हैं।
समाशोधन निगम
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने समाशोधन निगमों (Clearing Corporations) के लिए एक तदर्थ समिति का गठन किया है।
समिति के बारे में
- अध्यक्ष : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की पूर्व डिप्टी गवर्नर उषा थोराट ।
- उद्देश्य : समाशोधन निगमों (Clearing Corporations) के स्वामित्व एवं आर्थिक संरचना की समीक्षा करना और समाशोधन निगमों द्वारा लचीले, स्वतंत्र एवं तटस्थ जोखिम प्रबंधकों के रूप में कार्य सुनिश्चित करने के लिए उपाय सुझाना।
क्या होते हैं समाशोधन निगम
- समाशोधन निगम स्टॉक एक्सचेंज से संबद्ध ऐसे संगठन होते हैं, जो लेनदेन की पुष्टि, निपटान एवं वितरण को संभालने का कार्य करते हैं।
- इन्हें ‘समाशोधन फर्म’ या ‘समाशोधन गृह’ के रूप में भी जाना जाता है।
- यह एक वित्तीय संस्थान है जो व्यापार निपटान के लिए वित्तीय साधनों के खरीदारों एवं विक्रेताओं के बीच मध्यस्थ के रूप में कार्य करता है और यह सुनिश्चित करता है कि दोनों पक्ष अपने दायित्वों को पूरा करें।
- ये प्राय: डेरिवेटिव बाजार से संबद्ध होते हैं और व्यापार निपटान के लिए एक केंद्रीकृत एवं मानकीकृत तंत्र प्रदान करके प्रणालीगत जोखिम को कम करने में मदद करते हैं।
- वर्ष 2001 में द्वितीयक शेयर बाजार में लेनदेन के व्यापार, समाशोधन एवं निपटान को संभालने के लिए क्लियरिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (CCIL) की स्थापना की गई थी।
- इसके आलावा मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज क्लियरिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड (MCXCCL), नेशनल कमोडिटी क्लियरिंग लिमिटेड (NCCL), एन.एस.ई. क्लियरिंग लिमिटेड आदि भी भारत के प्रमुख समाशोधन निगम हैं।