शॉर्ट न्यूज़ : 25 जून , 2024
पुष्पक:पुन:प्रयोज्य प्रक्षेपणयान
अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन परिषद की 64वीं बैठक
विश्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य खेल
श्रीजा अकुला ने जीता WTT कंटेंडर सिंगल्स खिताब
जेपी नड्डा राज्यसभा में सदन के नेता नियुक्त
गेहूं की स्टॉक सीमा
अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन परिषद बैठक
इंडिया अफ्रीका पोस्टल लीडर्स मीट
भूमिगत कोयला गैसीकरण के लिए भारत की पहली पायलट परियोजना
पुष्पक:पुन:प्रयोज्य प्रक्षेपणयान
संदर्भ
हाल ही में इसरो ने तीसरी बार पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान पुष्पक RLV-LEX-03 की लैंडिंग का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
![PUSHPAK](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//PUSHPAK.jpg)
हालिया परीक्षण
- लैंडिंग प्रयोग की श्रृंखला में तीसरा और अंतिम परीक्षण (लेईएक्स-03) कर्नाटक के चित्रदुर्ग में एयरोनाटिकल टेस्ट रेंज (एटीआर) में किया गया।
- आरएलवीलेईएक्स-01 औरलेईएक्स-02 मिशनों की सफलता के बाद आरएलवी लेईएक्स-03 ने अधिक चुनौतीपूर्ण स्थितियों और अत्यधिक तेज हवा की स्थिति में आरएलवी की स्वायत्त लैंडिंग क्षमता का पुन: प्रदर्शन किया।
- लेईएक्स-02 को 150 मीटर की क्रॉस रेंज से छोड़ा गया था, जबकि इस बार क्रॉस रेंज को बढ़ाकर 500 मीटर कर दिया गया।
- 'पुष्पक'(आरएलवी-एलईएक्स-03) का परीक्षण चिनूक हेलीकॉप्टर के द्वारा किया गया।
- इस वाहन का लैंडिंग वेग 320 किमी. प्रति घंटे से अधिक था, जबकि वाणिज्यिक विमान के लिए यह 260 किमी. प्रति घंटे होता है
- इस मिशन को विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र ने अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र, इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क, सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के सहयोग से पूरा किया।
पुष्पक प्रक्षेपणयान के बारे में
- यह एक ऑटोमेटेड रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल(RLV) है।
- इस विमान का नाम भगवान राम द्वारा श्रीलंका से अयोध्या लौटते समय उपयोग किये गए पुष्पक विमान के नाम पर रखा गया है।
- यह विशेष स्पेस शटल पूरी तरह से स्वदेशी है।
- यह स्वायत्त रूप से नेविगेट करके और रनवे पर सटीकता के साथ लैंडिंग करने में सक्षम है।
अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन परिषद की 64वीं बैठक
(प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम) (मुख्य परीक्षा: सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2; महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएँ और मंच- उनकी संरचना, अधिदेश) |
चर्चा में क्यों
- भारत 25 जून से 27 जून, 2024के बीच नई दिल्ली में चीनी क्षेत्र के एक वैश्विक कार्यक्रम ‘अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठनपरिषद की 64वीं बैठक’ की मेजबानी कर रहा है।
- चीनी और जैव ईंधन क्षेत्र के महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए 30 से अधिक देशों के प्रतिनिधि और कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हो रहे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन (International Sugar Organization:ISO) के बारे में
- आई.एस.ओ. एक संयुक्त राष्ट्र संबद्ध निकाय है जिसका मुख्यालय लंदन में है।
- आई.एस.ओ. के लगभग 85 देश सदस्य हैं जो दुनिया में चीनी उत्पादन का लगभग 90% कवर करते हैं।
- उद्देश्य : चीनी क्षेत्र से संबंधित मुद्दों से निपटने में आपसी समझ और प्रगतिशील दृष्टिकोण लाने के लिए प्रमुख चीनी उत्पादक, उपभोक्ता और व्यापारिक देशों को एक साथ लाना
- आई.एस.ओ. जैव ईंधन, विशेष रूप से इथेनॉल पर भी काम कर रहा है, क्योंकि गन्ना दुनिया में इथेनॉल उत्पादन के लिए दूसरा प्रमुख फीडस्टॉक है।
भारत द्वारा मेजबानी एवं कार्यक्रम
- भारत दुनिया का सबसे बड़ा चीनी उपभोक्ता और दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, इसलिए आई.एस.ओ. परिषद ने भारत को वर्ष 2024 के लिए संगठन का अध्यक्ष नामित किया है।
- भारत उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक अनाज आधारित डिस्टिलरी में अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों के औद्योगिक दौरे के साथ कार्यक्रमों की श्रृंखला शुरू कर रहा है, ताकि भारत द्वारा जैव ईंधन और अन्य उप-उत्पादों के उत्पादन में नवीनतम तकनीक को अपनाने का प्रदर्शन किया जा सके।
- भारत मंडपम में ‘चीनी और जैव ईंधन - उभरते परिदृश्य’ नामक एक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
- कार्यशाला में अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि, भारतीय चीनी मिलों के शीर्ष प्रबंधन, ISMA और NFCSF जैसे उद्योग संघों के साथ-साथ तकनीकी विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं।
महत्त्व
- इसका उद्देश्य वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन को मजबूत करना है, जो ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के प्रयास के रूप में दुनिया में टिकाऊ जैव ईंधन के विकास और इसे अपनाने को बढ़ावा देने के लिए देशों को एक साथ लाता है।
- आई.एस.ओ. और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन के कई सदस्य देश समान हैं और यह गठबंधन का विस्तार करने एवं जैव ईंधन को बढ़ावा देने का एक और मंच हो सकता है।
विश्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य खेल
चर्चा में क्यों ?
![SPORTS](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//SPORTS2.jpg)
- हाल ही में आयोजित 43वें विश्व चिकित्सा और स्वास्थ्य खेलों में भारत ने रिकॉर्ड 32 पदक जीते
- इन 32 पदकों में 19 स्वर्ण पदक, 9 रजत पदक और 4 कांस्य पदक शामिल हैं।
- इन खेलों का आयोजन 16 से 23 जून 2024 तक फ्रांस के सेंट-ट्रोपेज़ में किया गया।
विश्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य खेल
- ये खेल मेडगेम्स के नाम से भी लोकप्रिय हैं।
- ये चिकित्सा और स्वास्थ्य व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए विश्व का सबसे बड़ा खेल आयोजन है।
- इन खेलों का पहला संस्करण 1978 में कान्स, फ्रांस में आयोजित किया गया था।
श्रीजा अकुला ने जीता WTT कंटेंडर सिंगल्स खिताब
![SINGLES](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//SINGLES.jpg)
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में हैदराबाद की श्रीजा अकुला ने WTT कंटेंडर टूर्नामेंट में सिंगल्स खिताब जीता
- इसके साथ ही ये WTT कंटेंडर सिंगल्स खिताब जीतने वाली पहली भारतीय पैडलर बन गईं है।
- इन्होने फाइनल में चीन की यिजी डिंग को हराया
- श्रीजा अकुला ने अर्चना कामथ के साथ मिलकर महिला युगल खिताब भी जीता
WTT कंटेंडर टूर्नामेंट
- यह टूर्नामेंट 19 जून से 23 जून 2024 तक नाइजीरिया के लागोस शहर में आयोजित किया गया था।
- इसमें पुरुष एकल का ख़िताब जर्मनी के दिमित्रिज ओवत्चारोव ने जीता
- पुरुष युगल का ख़िताब भारत के हरमीत देसाई और मानव ठक्कर ने जीता
जेपी नड्डा राज्यसभा में सदन के नेता नियुक्त
चर्चा में क्यों ?
![NADDA](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//NADDA.jpg)
- हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को राज्यसभा में सदन का नेता नियुक्त किया गया।
- ये पीयूष गोयल का स्थान लेंगे, जिन्होंने हाल ही लोकसभा सांसद के रूप में शपथ ली है।
राज्य सभा में सदन के नेता की भूमिका
- यह एक महत्वपूर्ण संसदीय पदाधिकारी होता है।
- यह राज्य सभा में सरकारी कार्य का कार्यक्रम तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- यह सदन में सामंजस्यपूर्ण और सार्थक बहस के लिए सभी वर्गों के बीच सामंजस्य बनाता है।
- निजी सदस्य के विधेयक पर सरकारी समर्थन के लिए निर्णय लेने में यह अंतिम भूमिका निभाता है
- यह प्रायः बिजनेस एडवाइजरी कमेटी का सदस्य होता है।
- यह सरकारी विधेयकों आदि के लिए समय का आवंटन निर्धारित करता है।
गेहूं की स्टॉक सीमा
चर्चा में क्यों ?
![WHEAT](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//WHEAT.jpg)
- हाल ही में केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 31 मार्च, 2025 तक के लिए गेहूं की स्टॉक सीमा लागू कर दी
- गेहूं के लिए स्टॉक सीमा लागू करने का प्रमुख उद्देश्य समग्र खाद्य सुरक्षा का प्रबंधन करना तथा जमाखोरी और बेईमानी से की जा रही सट्टेबाजी को रोकना है।
स्टॉक सीमा
- व्यापारियों/थोक विक्रेताओं के लिए 3000 मीट्रिक टन
- खुदरा विक्रेताओं के लिए प्रत्येक खुदरा विक्रय केंद्र के लिए 10 मीट्रिक टन
- बड़ी श्रृंखला वाले खुदरा विक्रय केंद्रों के लिए प्रत्येक दुकान के लिए 10 मीट्रिक टन और उनके सभी डिपो पर 3000 मीट्रिक टन
अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन परिषद बैठक
चर्चा में क्यों ?
- 25 से 27 जून, 2024 तक नई दिल्ली में 64वीं अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन परिषद बैठक का आयोजन किया जायेगा
- चीनी और जैव ईंधन सेक्टर के महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए 30 से अधिक देशों के प्रतिनिधि और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि इसमें शामिल होंगे
- भारत वर्ष 2024 के लिए अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन परिषद का अध्यक्ष है।
- इस बैठक का उद्देश्य भारत के प्रधानमंत्री की पहल, वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन को सुदृढ़ बनाना भी है, जो ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के प्रयास के रूप में विश्व में टिकाऊ जैव ईंधन के विकास और अंगीकरण को बढ़ावा देने के लिए देशों को एकजुट करता है।
अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन
- अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध निकाय है
- मुख्यालय – लंदन
- इसके लगभग 85 देश सदस्य हैं जो विश्व में चीनी उत्पादन का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा कवर करते हैं।
- इसका उद्देश्य चीनी सेक्टर से संबंधित मुद्दों से निपटने में आपसी समझ और प्रगतिशील दृष्टिकोण लाने के लिए प्रमुख चीनी उत्पादक, उपभोक्ता और व्यापारिक देशों को एक साथ लाना है।
इंडिया अफ्रीका पोस्टल लीडर्स मीट
चर्चा में क्यों ?
![SUMMIT](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//SUMMIT.jpg)
- 21 से 25 जून, 2024 तक भारत में 'इंडिया अफ्रीका पोस्टल लीडर्स मीट' का आयोजन किया जा रहा है।
- 22 अफ्रीकी देशों के प्रतिनिधि इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं
- यह यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन के "दक्षिण से दक्षिण और त्रिकोणीय सहयोग" कार्यक्रम के तहत एक पहल है, जिसे इंडिया पोस्ट और यूनाइटेड स्टेट्स पोस्टल सर्विस के सहयोग से आयोजित किया गया है।
- इसका उद्देश्य डाक क्षेत्र में अफ्रीकी देशों और भारत के प्रशासन के बीच संबंधों को मजबूत करना है
- इस बैठक का मुख्य विषय स्टडी विजिट्स के माध्यम से क्षमता निर्माण करना है।
- स्टडी विजिट्स के दौरान, भारत अपने इंडिया पोस्ट के माध्यम से अपनी सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला की डिलीवरी का प्रदर्शन कर रहा है
- इसमें ई-कॉमर्स पार्सल, डाक निर्यात केंद्र (निर्यात का समर्थन करने वाले डाक केंद्र) और डाक वित्तीय सेवाएं और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएं शामिल हैं।
भूमिगत कोयला गैसीकरण के लिए भारत की पहली पायलट परियोजना
![GASIKARAN](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images//GASIKARAN.jpg)
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में कोयला मंत्रालय के रणनीतिक निर्देशन के अतर्गत, ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने झारखंड के जामताड़ा जिले के कास्ता कोयला ब्लॉक में भूमिगत कोयला गैसीकरण के लिए एक पायलट परियोजना का शुभारंभ किया है।
- इस पहल का उद्देश्य कोयला गैसीकरण के उपयोग के माध्यम से इसे औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए मीथेन, हाइड्रोजन, कार्बन मोनोऑक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड जैसी मूल्यवान गैसों में परिवर्तित करना है
- इन गैसों का उपयोग सिंथेटिक प्राकृतिक गैस, ईंधन, उर्वरक, विस्फोटक और अन्य औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए रासायनिक फीडस्टॉक्स के उत्पादन के लिए किया जा सकता है।
- यह पहल कोयला गैसीकरण प्रौद्योगिकी में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करती है, ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाती है और सतत विकास को बढ़ावा देती है।
- यह पायलट प्रोजेक्ट कोयला संसाधन उपयोग में नए मानक स्थापित करने के उद्देश्य के साथ जैसे जैसे आगे बढ़ेगा इससे भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।
भूमिगत कोयला गैसीकरण
- भूमिगत कोयला गैसीकरण एक औद्योगिक प्रक्रिया है जो कोयले को गैस में परिवर्तित करती है।
- इसमें कोयले को वायु, ऑक्सीजन, भाप या कार्बन डाइऑक्साइड के साथ आंशिक रूप से ऑक्सीकृत किया जाता है।
- इस तकनीक को ऐसे कोयला संसाधनों पर लागू किया जा सकता है, जिन्हें पारंपरिक खनन विधियों द्वारा निकालना लाभहीन या तकनीकी रूप से जटिल है।
प्रश्न - हाल ही में भूमिगत कोयला गैसीकरण के लिए भारत की पहली पायलट परियोजना का शुभारंभ किस राज्य में किया गया ?
(a) झारखण्ड
(b) छत्तीसगढ़
(c) ओडिशा
(d) आन्ध्र प्रदेश
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