शॉर्ट न्यूज़ : 26 जून , 2024
श्रीनगर को 'विश्व शिल्प नगरी' का दर्जा
स्पेस वेरिएबल ऑब्जेक्ट्स मॉनिटर
विश्व निवेश रिपोर्ट
भारत ने अंडर-17 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में जीते 11 पदक
लद्दाख में पूर्ण कार्यशील साक्षरता
ताजिकिस्तान में हिजाब पर प्रतिबंध
श्रीनगर को विश्व शिल्प शहर का दर्जा
उत्तर प्रदेश में विश्व का पहला एशियाई राज गिद्ध संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र
राष्ट्रीय डायरिया रोको अभियान-2024
श्रीनगर को 'विश्व शिल्प नगरी' का दर्जा
हाल ही में, श्रीनगर को विश्व शिल्प परिषद (WCC) द्वारा आधिकारिक तौर पर विश्व शिल्प शहर का दर्जा प्रदान किया गया है।
श्रीनगर : विश्व शिल्प शहर
- विश्व शिल्प परिषद द्वारा जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर को 'विश्व शिल्प शहर' दर्जा प्राप्त करने वाला श्रीनगर चौथा भारतीय शहर बन गया है।
- इससे पहले श्रीनगर को शिल्प और लोक कलाओं के लिए यूनेस्को क्रिएटिव सिटी नेटवर्क (UCCN) में भी शामिल किया जा चुका है।
- जयपुर, मलप्पुरम और मैसूर अन्य भारतीय शहर हैं जिन्हें पहले विश्व शिल्प शहरों के रूप में मान्यता दी जा चुकी है।
विश्व शिल्प परिषद के बारे में
- यह कुवैत स्थित अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी संस्था है, जो कई वर्षों से यूनेस्को की एक आधिकारिक भागीदार भी है।
- यह वैश्विक शिल्प कौशल और पारंपरिक शिल्प के संरक्षण, संवर्धन और उन्नति को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
- स्थापना : 1964
- उद्देश्य : सांस्कृतिक और आर्थिक जीवन में शिल्प की स्थिति को मजबूत करना
- क्षेत्रीय विस्तार : 5 भौगोलिक क्षेत्रों में शिल्प समुदाय विश्व शिल्प परिषद का प्रतिनिधित्व करते हैं:
- अफ्रीका
- एशिया-प्रशांत
- यूरोप
- लैटिन अमेरिका
- उत्तरी अमेरिका
- इसके संस्थापकों में समाज सुधारक कमलादेवी चट्टोपाध्याय के अलावा ऐलीन ओसबोर्न वेंडरबिल्ट वेब और मार्गरेट एम. पैच शामिल हैं।
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स्पेस वेरिएबल ऑब्जेक्ट्स मॉनिटर
चर्चा में क्यों
हाल ही में चीन और फ्रांस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित स्पेस वेरिएबल ऑब्जेक्ट्स मॉनिटर उपग्रह को सिचुआन प्रांत के शीचांग उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से कक्षा में प्रक्षेपित किया गया है।
स्पेस वेरिएबल ऑब्जेक्ट्स मॉनिटर (SVOM) के बारे में
- यह चीन और फ्रांस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया पहला खगोल विज्ञान उपग्रह है।
- स्पेस वेरिएबल ऑब्जेक्ट्स मॉनिटर (SVOM) अंतरिक्ष यान से खगोलीय अन्वेषणों में अहम भूमिका निभाएगा।
- उपग्रह का प्राथमिक उद्देश्य ब्रह्मांड में गामा-किरणों के विस्फोट का पता लगाना, उनके विद्युत चुम्बकीय विकिरण गुणों को मापना और उनका अध्ययन करना है।
- इस उपग्रह में चार पेलोड हैं:
- फ्रांस निर्मित ECLAIRs और MXT दूरबीने, जो गामा किरणों के विस्फोट (GRBs) का पता लगाएंगे।
- चीनी द्वारा निर्मित पेलोड गामा रे बर्स्ट (GRB) मॉनिटर के स्पेक्ट्रम को मापेगा।
- चीन द्वारा विकसित विज़िबल टेलीस्कोप GRB के तुरंत बाद उत्पन्न होने वाले दृश्यमान उत्सर्जन का पता लगाएगा और उसका निरीक्षण करेगा।
- उपग्रह को 96 मिनट की परिक्रमा अवधि के साथ 625 किमी की ऊंचाई पर निचली पृथ्वी की कक्षा(LOW EARTH ORBIT) में स्थापित किया गया है।
गामा-किरण विस्फोटों के अध्ययन की आवश्यकता
- जी.आर.बी. अत्यधिक ऊर्जावान गामा किरणों का विस्फोट है, जो एक सेकंड से भी कम समय से लेकर कई मिनट तक रहता है।
- नासा के अनुसार, वे ब्रह्मांड के दूर के क्षेत्रों में होने वाले विस्फोट के लिए जाने जाते हैं और "सूर्य की चमक से एक क्विंटिलियन गुना अधिक चमक के साथ फट सकते हैं"।
- जी.आर.बी. दो प्रकार के होते हैं, लघु जी.आर.बी. और दीर्घ जी.आर.बी.।
- लघु जी.आर.बी. या तो दो न्यूट्रॉन तारों या एक न्यूट्रॉन तारे और एक ब्लैक होल के टकराव का परिणाम होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप ब्लैक होल बनता है। वे दो सेकंड से भी कम समय तक चलते हैं।
- दीर्घ जी.आर.बी. विशाल तारों की विस्फोटक मृत्यु के कारण उत्पन्न होते हैं। ये दो सेकंड या उससे अधिक समय तक रह सकते हैं।
विश्व निवेश रिपोर्ट
चर्चा में क्यों
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास (UNCTAD) ने 2024 के लिए विश्व निवेश रिपोर्ट जारी की।
विश्व निवेश रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष
- विश्व निवेश रिपोर्ट 2024 के अनुसार, आर्थिक मंदी और बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के बीच 2023 में वैश्विक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) 2% गिरकर 1.3 ट्रिलियन डॉलर हो गया।
- परियोजना वित्त में मंदी ने सतत विकास को प्रभावित किया, सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) क्षेत्रों के लिए नई फंडिंग में 10% से अधिक की गिरावट आई, विशेष रूप से कृषि खाद्य और पानी में।
- रिपोर्ट इस बात पर जोर देती है कि व्यापार सुविधा और डिजिटल सरकारी समाधान पारदर्शी और सुव्यवस्थित वातावरण बनाकर कम निवेश को संबोधित कर सकते है।
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास (UNCTAD) के बारे में
- यह व्यापार और विकास से संबंधित संयुक्त राष्ट्र की अग्रणी संस्था है।
- इसकी स्थापना 1964 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा एक स्थायी अंतर-सरकारी निकाय के रूप में की गयी थी।
- मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड।
- सदस्य : वर्तमान में 195 देश UNCTAD के सदस्य हैं।
- उद्देश्य : विकासशील देशों, विशेषकर सबसे कम विकसित देशों, तथा संक्रमणकालीन अर्थव्यवस्था वाले देशों को वैश्विक अर्थव्यवस्था में लाभकारी रूप से एकीकृत करने में सहायता करना
- यह आर्थिक और व्यापार विश्लेषण प्रदान करता है, आम सहमति बनाने में सहायता करता है, तथा समावेशी और सतत विकास के लिए व्यापार, निवेश, वित्त और प्रौद्योगिकी का उपयोग करने में विकासशील देशों की सहायता के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करता है।
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास(UNCTAD) द्वारा प्रकाशित अन्य रिपोर्ट
- व्यापार एवं विकास रिपोर्ट
- विश्व विकास रिपोर्ट
- अल्पविकसित देशों की रिपोर्ट
- प्रौद्योगिकी और नवाचार रिपोर्ट
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भारत ने अंडर-17 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में जीते 11 पदक
चर्चा में क्यों ?
- भारत ने अंडर-17 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कुल 11 पदक जीते।
- इनमें 4 स्वर्ण, 2 रजत और 5 कांस्य पदक शामिल हैं
- भारतीय पहलवानों ने पुरुषों और महिलाओं की फ्रीस्टाइल और पुरुषों की ग्रीको-रोमन श्रेणियों में भाग लिया था
- भारत के लिए चारों स्वर्ण पदक महिला पहलवानों ने जीते हैं,जिसमे शामिल हैं-
- दीपांशी, मुस्कान, रजनीता और मानसी लाठेर
- एक और महिला पहलवान राजा बाला ने रजत पदक जीता।
- पुरुषों में समर्थ गजानन मकावे ने रजत पदक तथा आकाश, सचिन कुमार, विकास कच्छप, तुषार तुकाराम पाटिल और रौनक ने कांस्य पदक जीते।
- अंडर-17 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप जॉर्डन की राजधानी अम्मान में 22 से 24 जून 2024 तक आयोजित की गई थी।
लद्दाख में पूर्ण कार्यशील साक्षरता
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में लद्दाख को पूर्ण कार्यशील साक्षरता प्राप्त करने वाली प्रशासनिक इकाई घोषित किया गया है
- यह घोषणा लद्दाख के उपराज्यपाल डॉ. बीडी मिश्रा ने 'उल्लास' - नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अन्तर्गत 97 प्रतिशत से अधिक साक्षरता प्राप्त करने पर की गई
- यह उत्कृष्ट उपलब्धि बुनियादी साक्षरता और संख्या-ज्ञान, सभी के लिए महत्वपूर्ण जीवन कौशल के माध्यम से अपने नागरिकों को सशक्त बनाने की लद्दाख की प्रतिबद्धता को दर्शाती है
उल्लास योजना
- उल्लास’ मॉडल स्वयंसेवा पर आधारित है, जिसमें स्वयंसेवी किसी पुरस्कार की आशा किये बिना ‘उल्लास’ मोबाइल ऐप के माध्यम से पंजीकरण करते हैं और केवल गैर-साक्षरों को पढ़ाते हैं
- इस योजना की अवधि वर्ष 2022-2027 तक है
- उद्देश्य –
- 15 वर्ष या उससे अधिक आयु के वयस्कों को सशक्त बनाना है
- जो उचित स्कूली शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते।
- यह न केवल शिक्षार्थियों को पढ़ने, लिखने और अंकगणित कौशल प्राप्त करने की अनुमति देता है, बल्कि उन्हें महत्वपूर्ण जीवन कौशल की समझ से भी समृद्ध करता है, जो आजीवन सीखने को प्रोत्साहित करता है।
- उल्लास योजना को स्वैच्छिकता, सामाजिक जिम्मेदारी और कर्तव्यबोध की भावना को बढ़ावा देने के माध्यम से लागू किया जा रहा है।
- उल्लास योजना से लाभान्वित-
- देश भर में 77 लाख से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं।
- उल्लास’ मोबाइल ऐप में 1.29 करोड़ से अधिक शिक्षार्थी और 35 लाख स्वयंसेवी शिक्षक लाभान्वित हुए है।
ताजिकिस्तान में हिजाब पर प्रतिबंध
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में ताजिकिस्तान सरकार ने देश में हिजाब पहनने पर औपचारिक रूप से प्रतिबंध लगा दिया है।
- हिजाब मुस्लिम महिलाओं द्वारा पहना जाने वाला सिर ढंकने वाला कपड़ा है
- ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमोन ने हिजाब को "विदेशी वस्त्र" कहा था
- ताजिकिस्तान में लगभग 90% आबादी मुस्लिम है
ताजिकिस्तान
- ताजिकिस्तान मध्य एशिया मे स्थित एक देश है
- यह चारों ओर से ज़मीन से घिरा (landlocked) है।
- यह पहले सोवियत संघ का हिस्सा था
- वर्ष 1991 में यह एक स्वतंत्र देश बना।
- इसकी सीमा उज़बेकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, किर्गिज़स्तान तथा चीन से लगती है
- राजधानी – दुशांबे
- मुद्रा – सोमोनी
प्रश्न - हाल ही में किस देश ने हिजाब पहनने पर औपचारिक रूप से प्रतिबंध लगा दिया ?
(a) ताजिकिस्तान
(b) उज़बेकिस्तान
(c) किर्गिज़स्तान
(d) चीन
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श्रीनगर को विश्व शिल्प शहर का दर्जा
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में श्रीनगर को विश्व शिल्प परिषद से विश्व शिल्प शहर का टैग प्राप्त हुआ
- यह टैग श्रीनगर में हथकरघा और हस्तशिल्प उद्योग को बढ़ावा देगा
- इससे जम्मू और कश्मीर क्षेत्र में पर्यटन और बुनियादी ढांचे के विकास को लाभ होगा।
- यह श्रीनगर के कारीगरों के लिए नए बाजार और अवसर खोलेगा।
- यह मान्यता अधिक निवेश और वित्त पोषण को आकर्षित करेगी, जिससे पारंपरिक तरीकों को संरक्षित करते हुए बुनियादी ढांचे के विकास और आधुनिक तकनीकों की शुरूआत को बढ़ावा मिलेगा।
- इस मान्यता के बाद, कारीगरों को प्रशिक्षण कार्यक्रमों और कार्यशालाओं तक पहुंच प्राप्त होगी।
विश्व शिल्प परिषद
- यह वैश्विक शिल्प कौशल और पारंपरिक शिल्प के संरक्षण, प्रचार और उन्नति के लिए एक अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी संगठन है।
- यह यूनेस्को से संबद्ध है ।
- स्थापना – वर्ष 1964
- मुख्यालय – कुवैत
उत्तर प्रदेश में विश्व का पहला एशियाई राज गिद्ध संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र
चर्चा में क्यों ?
- उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महाराजगंज में विश्व का पहला एशियाई राज गिद्ध (लाल सिर वाले गिद्ध) संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र स्थापित किया जाएगा।
- एशियाई राज गिद्ध पहले पूरे भारत में पाये जाते थे, लेकिन डाइक्लोफेनाक दवा के कारण इन पक्षियों की संख्या में भारी गिरावट आई।
- ये अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ(IUCN) की लाल सूची में गंभीर रूप से संकटग्रस्त प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध है
- इन्हें वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची 1 में सूचीबद्ध किया गया हैं
- इस केंद्र का उद्देश्य गिद्धों के अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना है
- इस केंद्र का नाम जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र रखा गया है, जहां 24 घंटे गिद्धों पर नजर रखी जा रही है।
- इस केंद्र में इन गिद्धों पर नज़र रखने और हर समय उनकी देखभाल करने के लिए उच्च तकनीक वाले उपकरण हैं।
राष्ट्रीय डायरिया रोको अभियान-2024
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा द्वारा राष्ट्रीय डायरिया रोको अभियान-2024 की शुरुआत की गई।
- उन्होंने बच्चों को ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट (ORS) और जिंक की गोलियां वितरित करके इस अभियान की शुरुआत की।
- यह अभियान 1 जुलाई 2024 से शुरू होगा और 31 अगस्त 2024 तक चलेगा।
- इस अभियान का लक्ष्य बचपन में डायरिया के कारण होने वाली बाल मृत्यु को शून्य करना है।
- इसके अन्तर्गत पांच वर्ष तक के बच्चों को ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट (ORS) घोल और जिंक की गोलियां दी जायेंगी।