शॉर्ट न्यूज़ : 28 जून , 2024
मेनलैंड सीरो
मंटा रे
बायोमेट्रिक आधारित आधार प्रमाणीकरण
सतत विकास रिपोर्ट 2024
‘सफाई अपनाओ बीमारी भगाओ’ पहल
दक्षिण भारत की पहली तेंदुआ सफारी
वर्ष 2023 में प्रवासी भारतीयों ने 120 अरब डॉलर का धन भारत भेजा
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड को सस्टेनेबल गवर्नेंस चैंपियन अवार्ड
पराग्वे बना अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन का 100वाँ सदस्य
अरुंधति रॉय को पेन पिंटर प्राइज़
मेनलैंड सीरो
चर्चा में क्यों?
वैज्ञानिकों की एक टीम ने पश्चिमी असम के रायमोना नेशनल पार्क में समुद्र तल से 96 मीटर की ऊंचाई पर एक अकेला मेनलैंड सीरो देखा गया है।
मेनलैंड सीरो (Mainland Serow) के बारे में
- मेनलैंड सीरो एक स्तनपायी जानवर है, जो बकरी और मृग के बीच का मिश्रण जैसा दिखता है।
- इसका वैज्ञानिक नाम कैप्रिकोर्निस सुमात्राएनसिस (Capricornis sumatraensis) है।
- सीरो की यह प्रजाति हिमालय, दक्षिण-पूर्व एशिया और चीन की मूल निवासी है, भूटान मेनलैंड सीरो का प्राकृतिक घर और निवास स्थान है।
- यह जानवर जंगली मांस के लिए अवैध शिकार तथा वनों की कटाई के कारण आवास परिवर्तन का शिकार हो रहा है।
प्रमुख विशेषताएं
- मेनलैंड सीरो, नर और मादा दोनों, कंधे पर लगभग तीन फीट ऊंचे होते हैं, और आमतौर पर उनका वजन लगभग 200 पाउंड होता है।
- मेनलैंड सीरो के कोट पर गार्ड बाल होते हैं जो कि कंटीले या मोटे होते हैं। ये इसकी त्वचा के सबसे करीब फर की परत को भी ढकते हैं।
- सींग केवल नर की विशेषता है और हल्के रंग के होते हैं। ये लगभग छह इंच लंबे होते हैं, और जानवर की पीठ की ओर थोड़ा मुड़े होते हैं ।
प्रमुख आवास
- इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर के अनुसार, मेनलैंड सीरो 200-3,000 मीटर की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में निवास करता है।
- यह जानवर भारत-भूटान सीमा के पार फिबसू वन्यजीव अभयारण्य और हिमालयी देश में रॉयल मानस राष्ट्रीय उद्यान में निवास करता है।
संरक्षण की स्थिति
- आईयूसीएन स्थिति- संवेदनशील(Vulnerable)
- CITES- परिशिष्ट Ⅰ
खतरें
- यह जानवर हिमालयी बेल्ट से लेकर दक्षिणी चीन और सुमात्रा तक फैला हुआ है, लेकिन इसकी आबादी बिखरी हुई है, अलग-थलग है और अवैध शिकार और आवास के नुकसान के कारण तेजी से घट रही है।
- प्रजातियों पर विश्वसनीय डेटा की कमी के कारण दीर्घकालिक अस्तित्व सुनिश्चित करने के लिए संरक्षण कार्य करना मुश्किल हो जाता है।
- रायमोना नेशनल पार्क के पश्चिमी क्षेत्र में मेनलैंड सीरो की खोज जैव विविधता संरक्षण पहलुओं के लिए अच्छी खबर है।
- मेनलैंड सीरो का पाया जाना, कुछ प्रजातियों की जनसंख्या को पुनः प्राप्त करने तथा रेमोना में क्षीण हो चुके आवासों को पुनः स्थापित करने की दिशा में संरक्षण प्रयासों के लिए शुभ संकेत है।
प्रजातियां एवं उनका वितरण
- इस जानवर की चार प्रजातियां पाई जाती हैं ।
प्रजातियाँ
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सामान्य नाम
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वैज्ञानिक नाम
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वितरण
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Capricornis crispus
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जापान में होन्शू, क्यूशू व शिकोकू
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Capricornis sumatraensis
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भारत में पूर्वी हिमालय, पूर्वी व दक्षिणपूर्वी बांग्लादेश, चीन, दक्षिणपूर्वी एशिया, इण्डोनेशिया में सुमात्रा द्वीप पर
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Capricornis rubidus
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दक्षिणी बांग्लादेश, उत्तरी म्यांमार
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Capricornis swinhoei
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ताइवान
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मंटा रे
चर्चा में क्यों
शोधकर्ताओं के द्वारा कैलिफोर्निया के पोर्ट ह्युनेमी नौसैनिक अड्डे पर 'मंटा रे' नामक एक अमेरिकी प्रोटोटाइप हथियार पनडुब्बी को गूगल मैप द्वारा देखा गया।
मंटा रे के बारे में
- मंटा रे, अमेरिकी रक्षा प्रणाली का एक अत्यंत उन्नत अंडरवॉटर ड्रोन है, जो ईंधन भरने की आवश्यकता के बिना लम्बे समय तक समुद्र तल पर निष्क्रिय रहने में सक्षम है।
- रक्षा विश्लेषकों का अनुमान है कि अमेरिकी नौसेना द्वारा ड्रोन प्रौद्योगिकी विकसित करने पर बल देने का उद्देश्य रूस और चीन की पनडुब्बी गतिविधियों का मुकाबला करना है।
- यह ड्रोन पानी के माध्यम से आगे बढ़ने के लिए कुशल, उछाल-चालित ग्लाइडिंग का उपयोग करता है।
- 'स्टार वार्स' दिखने वाले इस जहाज की सबसे खास विशेषताओं में से एक इसका मॉड्यूलर डिज़ाइन है जिसमें विभिन्न आकार और प्रकार के कई पेलोड शामिल हैं, जो नौसेना मिशन सेट की एक विस्तृत शृंखला को समायोजित करते हैं।
बायोमेट्रिक आधारित आधार प्रमाणीकरण
चर्चा में क्यों
हाल ही में, जी.एस.टी. परिषद की 53वीं बैठक में पंजीकरण आवेदकों के लिए बायोमेट्रिक आधारित आधार प्रमाणीकरण को चरणबद्ध तरीके से अखिल भारतीय स्तर पर लागू करने की सिफारिश की गई है।
बायोमेट्रिक आधारित आधार प्रमाणीकरण
- बायोमेट्रिक आधार प्रमाणीकरण एक सुरक्षित प्रक्रिया है, जहां व्यक्ति सत्यापन के लिए अपने आधार नंबर और उसके साथ जनसांख्यिकीय या बायोमेट्रिक डाटा को यू.आई.डी.ए.आई. के केंद्रीय पहचान डाटा रिपोजिटरी (CIDR) में जमा करते हैं।
- यह विधि अब जी.एस.टी. पंजीकरण आंध्र प्रदेश का अभिन्न अंग है जो पंजीकरण प्रक्रिया की समग्र सुरक्षा को बढ़ाती है।
- नामित जी.एस.टी. सुविधा केंद्रों (GSK) में आधार प्रमाणीकरण और बायोमेट्रिक सत्यापन की आवश्यकता का उद्देश्य सुरक्षा उपायों को मजबूत करना, धोखाधड़ी वाले पंजीकरण को कम करना और राज्य में अधिक जवाबदेह कारोबारी माहौल को बढ़ावा देना है।
सतत विकास रिपोर्ट 2024
संदर्भ
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र सतत विकास समाधान नेटवर्क द्वारा सतत विकास रिपोर्ट 2024 जारी की गयी ।
- रिपोर्ट प्रतिवर्ष नवीनतम उपलब्ध डाटा का उपयोग करते हुए वर्ष 2030 के सतत विकास के लिए निर्धारित एजेंडे पर प्रगति की समीक्षा करती है।
- रिपोर्ट में वैश्विक स्तर पर सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में आने वाली महत्वपूर्ण चुनौतियों का विवरण दिया गया है।
रिपोर्ट के महत्वपूर्ण निष्कर्ष
- औसतन वर्ष 2030 तक वैश्विक स्तर पर केवल 16 % SDG लक्ष्य पूरे होने की राह पर हैं, शेष 84 % सीमित प्रगति दिखा रहे हैं।
- विभिन्न देशों के समूहों में सतत विकास लक्ष्यों की प्रगति की गति में काफी भिन्नताहै।
- नॉर्डिक देश सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में अग्रणी बने हुए हैं, जबकि ब्रिक्स देश उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं,गरीब और कमज़ोर देश बहुत पीछे हैं।
- यूरोपीय देश विशेष रूप से नॉर्डिक देश - 2024 के सतत विकास लक्ष्य सूचकांक में शीर्ष पर हैं।
- फिर भी इन देशों को भी कई सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्णचुनौतियोंका सामना करना पड़ रहा है।
- सतत विकास एक दीर्घकालिक निवेश चुनौती बनी हुई है। वैश्विक वित्तीय ढांचे में सुधार पहले से कहीं ज़्यादा ज़रूरी है।
- निम्न आय वाले देशों (LIC) और निम्न-मध्यम आय वाले देशों (LMIC) को सतत विकास उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए तत्काल वहनीय दीर्घकालिक पूंजी की आवश्यकता है।
- वित्त के आवश्यक स्तरों को जुटाने के लिए नए संस्थानों, वैश्विक वित्तपोषण के नए रूपों और वैश्विक वित्तपोषण के लिए नई प्राथमिकताओं की आवश्यकता को रिपोर्ट में रेखांकित किया गया है ।
- वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग की आवश्यकता है। संयुक्त राष्ट्र आधारित बहुपक्षवाद के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में बारबाडोस सर्वोच्च स्थान जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका सबसे निचले स्थान पर है।
- खाद्य और भूमि प्रणालियों से संबंधित एस.डी.जी. लक्ष्यमें प्रगति बहुत धीमी है।
समग्र रैंकिंग
- देशों कोउनकेसमग्र स्कोर केआधार पर रैंक किया जाता है।समग्र स्कोरसभी 17 एस.डी.जी. को प्राप्त करने की दिशा में कुल प्रगति को मापता है।
- स्कोर की व्याख्या एस.डी.जी. उपलब्धि के प्रतिशत के रूप में की जा सकती है। जहाँ100 का स्कोर दर्शाता है कि सभी एस.डी.जी. हासिल कर लिए गए हैं।
- समग्र रैंकिंग में शीर्षदस देश –
- फिनलैंड (86.35)
- स्वीडन (85.70)
- डेनमार्क (85.00)
- जर्मनी (83.45)
- फ्रांस (82.76)
- ऑस्ट्रिया (82.55)
- नॉर्वे (82.23)
- क्रोएशिया (82.19)
- यूनाइटेड किंगडम (82.16)
- पोलैंड (81.69)
- भारत 63.99 स्कोर के साथ 109वें स्थान पर है ।
‘सफाई अपनाओ बीमारी भगाओ’ पहल
संदर्भ
हाल ही में आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 (एसबीएम-यू 2.0) के तहत 1 जुलाई से 31 अगस्त, 2024 तक चलने वाली ‘सफाई अपनाओ बीमारी भगाओ’ पहल शुरू की।
पहल का उद्देश्य
- इस पहल का उद्देश्य मानसून के मौसम के दौरान स्वच्छता और बीमारियों से जुड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए शहरी स्थानीय निकायों की तैयारी को बढ़ाना है
- इस पहल में स्वच्छता, हिमायत और अंतर-विभागीय तालमेल पर ध्यान केंद्रित करने वाले व्यापक उपायों की आवश्यकता है, जिन्हें सभी शहरी स्थानीय निकायों द्वारा लागू किया जाना है।
पहल के विविध आयाम
- विशेष सफाई अभियान
- कचरे का संग्रह एवं परिवहन
- सभी सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालयों की नियमित सफाई
- बच्चों के लिए स्वच्छता और साफ सफाई सुविधाएं
- पानी की गुणवत्ता का पर्याप्त नमूनाकरण
- सुरक्षित पेयजल की आपूर्ति
- जल कार्यों का रखरखाव
- घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करना
- इस पहल में उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों की पहचान करने के लिए तेजी से आकलन करना, सुरक्षा रोकथाम उपचार रणनीति (पीपीटीएस) को अपनाना और समन्वय व निगरानी करना भी शामिल हैं।
स्वच्छ भारत मिशन-शहरी2.0 (एस.बी.एम.-यू 2.0)
- एस.बी.एम.-यू 2.0 को 1 अक्टूबर, 2021 को पांच साल की अवधि के लिए शुरू किया गया है।
- इसका उद्देश्य 100 % स्रोत पृथक्करण, डोर टू डोर कलेक्शन और वैज्ञानिक लैंडफिल में सुरक्षित निपटान सहित कचरे के सभी अंशों के वैज्ञानिक प्रबंधन से सभी शहरों के लिए कचरा मुक्त स्थिति प्राप्त करना है।
- एस.बी.एम.-यू 2.0 के अंतर्गत राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को विभिन्न प्रकार के नगरीय ठोस अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्रों जैसे अपशिष्ट-से-खाद (डब्ल्यूटीसी), अपशिष्ट-से-ऊर्जा (डब्ल्यूटीई), बायो-मेथेनेशन, सामग्री पुनर्प्राप्ति सुविधाएं (एमआरएफ) और पहले के अपशिष्ट डंपसाइट का शोधन, निर्माण और गिराये गए अपशिष्ट आदि बनाने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है।
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दक्षिण भारत की पहली तेंदुआ सफारी
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में दक्षिण भारत की पहली तेंदुआ सफारी का बन्नेरघट्टा जैविक उद्यान में उद्घाटन किया गया।
- यह भारत की सबसे बड़ी तेंदुआ सफारी है
बन्नेरघट्टा जैविक उद्यान
- इसकी स्थापना वर्ष 2002 में बन्नेरघट्टा राष्ट्रीय उद्यान से अलग करके की गई
- यह बेंगलुरु से लगभग 22 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है
- इसमें चिड़ियाघर, सफारी, तितली पार्क और बचाव केंद्र (बंदी जानवरों का संरक्षण) जैसी विभिन्न इकाइयाँ हैं।
- यह भारत का पहला जैविक उद्यान है जिसमें बाड़बंद वनीय हाथी अभयारण्य है।
वर्ष 2023 में प्रवासी भारतीयों ने 120 अरब डॉलर का धन भारत भेजा
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में जारी विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023 में भारत को प्रवासी भारतीयों द्वारा 120 अरब डॉलर धन भेजा गया था
- विश्व बैंक के अनुसार भारत में प्रेषित धन 2024 में 3.7 प्रतिशत बढ़कर 124 अरब डॉलर तथा 2025 में 4 प्रतिशत बढ़कर 129 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
- इस रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक धन प्राप्त करने वाले 5 देशों की सूची
- भारत (120 अरब डॉलर)
- मैक्सिको (66 अरब डॉलर)
- चीन (50 अरब डॉलर)
- फिलीपींस (39 अरब डॉलर)
- पाकिस्तान (27 अरब डॉलर)
- विश्व बैंक के अनुसार भारत को सबसे ज्यादा अमेरिका से धन भेजा जाता है उसके बाद संयुक्त अरब अमीरात से धन प्राप्त होता है
- अन्य देशों में सऊदी अरब, कुवैत, ओमान और कतर देश शामिल है
- विश्व में सबसे अधिक प्रवासी भारतीय मूल के (18.7 मिलियन) है
- भारत के बाद यूक्रेन (11.9 मिलियन), चीन (11.1 मिलियन) और मैक्सिको (11 मिलियन) का स्थान है
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड को सस्टेनेबल गवर्नेंस चैंपियन अवार्ड
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड को आउटलुक प्लैनेट सस्टेनेबल गवर्नेंस चैंपियन अवार्ड 2024 से सम्मानित किया गया है।
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड
- गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड, भारत का प्रमुख शिपयार्ड है
- यह कोलकाता में स्थित है।
- यह वाणिज्यिक और नौसेना जहाजों का निर्माण और मरम्मत करता है।
- स्थापना – वर्ष 1884
पराग्वे बना अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन का 100वाँ सदस्य
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में पराग्वे, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल होने वाला 100वाँ पूर्ण सदस्य बन गया
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन
- अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन की स्थापना वर्ष 2015 में पेरिस में आयोजित जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन के 21वें सम्मेलन के दौरान हुई थी
- इसका मुख्यालय गुरुग्राम(हरियाणा) में है
- इसका उद्देश्य जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करने के लिए सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना है
- यह अपने सदस्य देशों में ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने और ऊर्जा परिवर्तन को बढ़ावा देने के साधन के रूप में सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देता है
- 119 देश अब तक अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर कर चुके हैं।
- इनमें से 100 ने अनुसमर्थन प्रक्रिया पूरी कर ली है और पूर्ण सदस्य बन गए हैं।
- स्पेन मई 2024 में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में 99वें सदस्य के रूप में शामिल हुआ।
पराग्वे
- यह एक दक्षिण अमेरिकी देश है
- इसकी सीमा अर्जेंटीना , बोलीविया और ब्राजील से लगती है
- यह एक स्थल-रुद्ध देश है
- मकर रेखा, पराग्वे से होकर गुजरती है
- राजधानी – असुन्सियोन
- मुद्रा – गुआरानी
प्रश्न - पराग्वे की सीमा निम्नलिखित में से किस देश से नहीं लगती है ?
(a) अर्जेंटीना
(b) बोलीविया
(c) ब्राजील
(d) चिली
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अरुंधति रॉय को पेन पिंटर प्राइज़
चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में अरुंधति रॉय को वर्ष 2024 के पेन पिंटर प्राइज़ के लिए चुना गया
- इन्हें यह अवॉर्ड 10 अक्टूबर 2024 को ब्रिटिश लाइब्रेरी द्वारा आयोजित एक समारोह में दिया जाएगा।
- अरुंधति रॉय को यह अवॉर्ड उनके “अडिग और अटल” लेखन के लिए दिया जा रहा है।
- अरुंधति रॉय को उपन्यास 'द गॉड ऑफ स्मॉल थिंग्स' के लिए जाना जाता है।
पेन पिंटर प्राइज़
- इस पुरस्कार की स्थापना वर्ष 2009 में इंग्लिश पेन द्वारा की गई थी।
- इस पुरस्कार का नाम हेरोल्ड पिंटर के नाम पर रखा गया।
- इस अवॉर्ड को प्रतिवर्ष ब्रिटेन और कॉमनवेल्थ देशों के लेखकों को दिया जाता है।
- यह पुरस्कार अंग्रेजी भाषा के उन लेखकों को दिया जाता है जिन्होंने नाटक, कविता, निबंध या कथा साहित्य में उत्कृष्ट साहित्यिक कार्य किया है।
- वर्ष 2023 में यह अवॉर्ड प्रसिद्ध कवि और लेखक माइकल रोसेन को दिया गया था।