शॉर्ट न्यूज़ : 15 मई , 2024
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा एवं संरक्षा विभाग
हिमालयी क्षेत्र में जंगली मशरूम की नई प्रजातियां
सृष्टि खंडागले
के पी श्याम निखिल - भारत के 85वें शतरंज ग्रैंडमास्टर
लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम पर प्रतिबंध 5 वर्ष बढ़ाया गया
विश्व हाइड्रोजन शिखर सम्मेलन-2024
मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड का 250वां स्थापना दिवस
इंडिया स्किल्स 2024
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा एवं संरक्षा विभाग
(प्रारंभिक परीक्षा : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा एवं संरक्षा विभाग, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली) (मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र-2: महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएँ और मंच- उनकी संरचना, अधिदेश)
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हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा एवं संरक्षा विभाग के एक भारतीय स्टॉफ कर्नल वैभव काले की गाजा में हमले के दौरान मृत्यु हो गयी। 7 अक्तूबर, 2023 के इजराइल-हमास संघर्ष के बाद गाजा में संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय कर्मचारियों की यह पहली मौत है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा एवं संरक्षा विभाग के बारे में
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा एवं संरक्षा विभाग (United Nations Department for Safety and Security : UNDSS) संयुक्त राष्ट्र का एक विभाग है जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली (United Nations Security Management System : UNSMS) के हिस्से के रूप में संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों तथा विभागों के लिए संरक्षा व सुरक्षा सेवाएं प्रदान करता है।
- UNSMS का कार्य स्वयं के संगठनों की गतिविधियों को सुरक्षा जोखिम के स्वीकार्य स्तर के भीतर सक्षम करना है।
- UNDSS सीधे संयुक्त राष्ट्र के महासचिव को रिपोर्ट करता है ।
- UNDSS दुनिया भर में 125 से अधिक देशों में सुरक्षा सलाहकारों, विश्लेषकों, अधिकारियों एवं समन्वयकों के एक नेटवर्क का प्रबंधन करता है।
- इसका मिशन विश्वसनीय सुरक्षा नेतृत्व एवं समाधानों के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र प्रणाली संचालन को सक्षम बनाना। इसका विज़न ‘एक बेहतर दुनिया के लिए, संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा’ है।
यू.एन.डी.एस.एस. के निर्धारित लक्ष्य
- नेतृत्व : यह विभाग UNSMS सदस्यों, वरिष्ठ संयुक्त राष्ट्र प्रबंधन व कर्मियों को UNSMS नीति एवं परिचालन मुद्दों पर महत्वपूर्ण सलाह तथा त्वरित निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करता है।
- सुरक्षा प्रबंधन : यह विभाग बहुआयामी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए सुरक्षा जोखिम प्रबंधन क्षमताओं एवं रणनीतियों के साथ सेवाएं प्रदान करता है।
- सुरक्षा जोखिम प्रबंधन संयुक्त राष्ट्र कर्मियों, संपत्तियों एवं संचालन के लिए सुरक्षा जोखिमों की पहचान, विश्लेषण व प्रबंधन करता है।
- नीति : UNDSS सुरक्षा प्रबंधन के सभी पहलुओं को कवर करने वाली और UNSMS के भीतर सामंजस्य सुनिश्चित करने वाली सुरक्षा नीतियों के साथ एक ठोस नीति ढांचे के साथ निर्णय लेने की प्रक्रिया का समर्थन करता है।
- कार्यबल : UNDSS एक पेशेवर एवं प्रभावी सुरक्षा व संरक्षा कार्यबल का विकास और रखरखाव करता है।
- विशिष्ट सेवाएँ : UNDSS सुरक्षा वातावरण में तेजी से हो रहे बदलावों से आगे रहने के लिए आवश्यक विशेषज्ञता प्रदान करके विशेष सुरक्षा एवं संरक्षा सेवाएँ प्रदान करता है।
हिमालयी क्षेत्र में जंगली मशरूम की नई प्रजातियां
- वैज्ञानिकों ने हिमालयी राज्य उत्तराखंड में जंगली मशरूम की नई प्रजातियों की खोज की है।
- खोजी गई नई प्रजातियों के नाम हैं : लेसीनेलम बोथी, फाइलोपोरस स्मिथाई, रेटिबोलेटस स्यूडोएटर, फाइलोपोरस हिमालयेनस एवं पोर्फिरेलस उत्तराखंडाई।
- इनके अलावा वैज्ञानिकों ने मशरूम की दो अन्य प्रजातियों- लेसीनेलम सिनोअरेंटियाकम एवं जेरोकोमस रगोसेलस को भी भारत में पहली बार देखे जाने की पुष्टि की है।
मशरूम के बारे में
- मशरूम एक तरह के कवक (Fungus) होते हैं, जो पोषण के साथ-साथ औषधीय गुणों से संपन्न होते हैं।
- दुनिया में कवकों की 25 लाख से ज्यादा प्रजातियां हैं, जिनकी 90% से भी ज्यादा प्रजातियों से दुनिया अनभिज्ञ है।
मशरूम का महत्व
- पौष्टिक व औषधीय गुण : उसमें प्राकृतिक रूप से मौजूद बायोएक्टिव तत्व शरीर में होने वाले संक्रमण के साथ-साथ वायरस, सूजन एवं रक्त का थक्का बनने से रोकने में भी मददगार हो सकते हैं।
- पर्यावरणीय लाभ : वैश्विक वनस्पति एवं कवक स्थिति, 2023 नामक रिपोर्ट के अनुसार, वनस्पतियों को आवश्यक पोषक तत्व ग्रहण करने में मददगार होने के कारण कवक पेड़-पौधों के अस्तित्व के लिए भी आवश्यक हैं।
सृष्टि खंडागले
- सृष्टि खंडागले, एशियाई ट्रम्पोलिन जिमनास्टिक चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं
- इन्होंने छठी एशियाई ट्रैम्पोलिन जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में महिला व्यक्तिगत आयु समूह वर्ग में रजत पदक जीता।
- एशियाई ट्रैम्पोलिन जिम्नास्टिक चैंपियनशिप हांगकांग, चीन में आयोजित की गई थी।
- इसमें 12 एशियाई देशों के 120 से अधिक एथलीटों ने भाग लिया।
के पी श्याम निखिल - भारत के 85वें शतरंज ग्रैंडमास्टर
- तमिलनाडु के पी श्यामनिखिल भारत के 85वें शतरंज ग्रैंडमास्टर बन गए।
- इन्होंने दुबई पुलिस मास्टर्स शतरंज टूर्नामेंट में अपना तीसरा और अंतिम ग्रैंडमास्टर मानदंड हासिल किया।
- विश्वनाथन आनंद भारत के पहले ग्रैंडमास्टर थे
- कोनेरू हम्पी भारत की पहली महिला ग्रैंडमास्टर थीं।
ग्रैंडमास्टर
- यह उपाधि विश्व शतरंज संगठन फिडे द्वारा शतरंज खिलाड़ियों को दी जाती है।
- ग्रैंडमास्टर की उपाधि प्राप्त करने के लिए -
- पुरुष शतरंज खिलाड़ी को स्थापित शास्त्रीय या मानक शतरंज में न्यूनतम फीडे 2500 एलो रेटिंग अंक और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में तीन ग्रैंडमास्टर मानदंड हासिल करना चाहिए।
- महिला शतरंज खिलाड़ी को न्यूनतम फीडे 2300 एलो रेटिंग अंक और तीन महिला ग्रैंडमास्टर मानदंड हासिल करना चाहिए।
- विश्व चैंपियन के अलावा, ग्रैंडमास्टर एक शतरंज खिलाड़ी द्वारा प्राप्त की जाने वाली सर्वोच्च उपाधि है ।
- एक बार प्राप्त करने के बाद यह उपाधि जीवन भर के लिए बनी रहती है।
प्रश्न - भारत की पहली महिला ग्रैंडमास्टर कौन थीं ?
(a) कोनेरू हम्पी
(b) जयश्री खादिकर
(c) द्रोणावल्ली हरिका
(d) आर.वैशाली
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लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम पर प्रतिबंध 5 वर्ष बढ़ाया गया
- हाल ही में गृह मंत्रालय ने लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम (LTTE) पर प्रतिबंध 5 वर्ष के लिए बढ़ा दिया।
- यह प्रतिबन्ध गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत बढ़ाया गया है।
- केंद्र सरकार के अनुसार, यह संगठन अभी भी उन गतिविधियों में लिप्त है, जिससे देश की अखंडता और सुरक्षा को खतरा है।
लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम
- इसका गठन 1970 के दशक में हुआ था।
- इसका उद्देश्य उत्तरी और पूर्वी श्रीलंका को मिलाकर एक स्वतंत्र तमिल राष्ट्र की स्थापना करना था।
- इस संगठन का प्रमुख नेता वेल्लुपिल्लई प्रभाकरन था।
- वर्ष 1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद भारत में इस संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
विश्व हाइड्रोजन शिखर सम्मेलन-2024
- विश्व हाइड्रोजन शिखर सम्मेलन 2024 का आयोजन 13 से 15 मई तक नीदरलैंड के रॉटरडैम में हुआ।
- इसका आयोजन सस्टेनेबल एनर्जी काउंसिल और नीदरलैंड सरकार द्वारा किया गया।
- यह विश्व का सबसे बड़ा वैश्विक हरित हाइड्रोजन कार्यक्रम है।
- इसका उद्देश्य विश्व में हरित हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी और हरित हाइड्रोजन आधारित ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देना है।
- यह शिखर सम्मेलन भारतीय उद्योग को दुनिया भर की कंपनियों के साथ जुड़ने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेगा
- इसमें भारत ने अपना स्वयं का पहला मंडप स्थापित किया।
- इसकी स्थापना भारत के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा की गई।
- यह विश्व हाइड्रोजन शिखर सम्मेलन के सबसे बड़े मंडपों में से एक है।
- यह मंडप भारत द्वारा हरित हाइड्रोजन क्षेत्र में की गई प्रगति को विश्व के सामने प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेगा
- यह भारत में हरित हाइड्रोजन के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों पर भी प्रकाश डालेगा।
मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड का 250वां स्थापना दिवस
- मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने 14 मई, 2024 को अपना 250वां स्थापना दिवस मनाया
- यह मुंबई के मझगांव में स्थित एक शिपयार्ड है
- यह देश का सबसे बड़ा शिपयार्ड है
- इसकी स्थापना 14 मई 1774 को हुई थी
- वर्ष 1934 में इसे पब्लिक कंपनी के तौर पर रजिस्टर्ड कराया गया. और वर्ष 1960 में यह कंपनी केंद्र सरकार के नियंत्रण में आ गई
- वर्तमान में इसे रक्षा मंत्रालय द्वारा प्रबंधित किया जाता है
- यह मिनीरत्न श्रेणी I का सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है
- यह भारतीय नौसेना के लिए युद्धपोतों और पनडुब्बियों तथा अपतटीय प्लेटफार्मों और अपतटीय तेल ड्रिलिंग के लिए संबंधित सहायक जहाजों का निर्माण करती है।
- यह कार्गो शिप और पैसेंजर शिप का निर्माण भी करती है
- इसके द्वारा निर्मित पहला युद्धपोत आईएनएस नीलगिरि था, इसे वर्ष 1966 में लॉन्च किया गया और वर्ष 1972 में कमीशन किया गया।
- वर्ष 1992 भारत की पहली स्वदेश निर्मित पनडुब्बी आईएनएस शल्की का निर्माण भी मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने किया था
इंडिया स्किल्स 2024
- यह कौशल के उच्चतम मानकों को प्रदर्शित करने के लिए तैयार की गई देश की सबसे बड़ी कौशल प्रतियोगिता है
- इसका आयोजन 15 मई से नई दिल्ली में किया जायेगा
- इसका आयोजन कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है
- इसमें 30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 900 से अधिक छात्र और 400 से अधिक उद्योग विशेषज्ञ भाग लेंगे।
- इसके माध्यम से प्रतिभागियों को पारंपरिक शिल्प से लेकर अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों तक विभिन्न कौशलों में एक राष्ट्रीय मंच पर अपने कौशल और प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा।
- इंडियास्किल्स के माध्यम से प्रतिभागियों को राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क के भीतर क्रेडिट अर्जित करने का भी अवसर मिलेगा।
- यह प्रतियोगिता युवाओं के लिए अवसर के नए रास्ते खोलती है और उन्हें वैश्विक स्तर पर अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए सशक्त बनाती है
- इंडियास्किल्स के विजेता सितंबर 2024 में ल्योन, फ्रांस में होने वाली वर्ल्डस्किल्स प्रतियोगिता में भाग लेंगे