शॉर्ट न्यूज़ : 17 मई , 2024
ऐतिहासिक नगर : मामल्लपुरम
इग्ला-एस एवं हर्मीस-900
बिम्सटेक बैठक
अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस
रस्किन बॉन्ड को ‘साहित्य अकादमी फेलोशिप’
फेडरेशन कप में नीरज चोपड़ा ने जीता स्वर्ण पदक
ऐतिहासिक नगर : मामल्लपुरम
मामल्लपुरम के बारे में
- मामल्लपुरम या महाबलीपुरम (Mahabalipuram) तमिलनाडु राज्य के चेंगलपट्टु ज़िले में स्थित है। यह चेन्नई के दक्षिण में बंगाल की खाड़ी के कोरोमंडल तट पर स्थित एक ऐतिहासिक नगर है।
- इसकी स्थापना 7वीं सदी में पल्लव राजा नरसिंहवर्मन प्रथम ने करवाई थी।
- यह पल्लव साम्राज्य के दो प्रमुख बंदरगाह शहरों में से एक था।
- इस प्राचीन शहर के तट पर सात पगोडा थे। इनमें से केवल एक ही संरक्षित है जिसे ‘शोर मंदिर’ (तटीय शहर) के नाम से जाना जाता है।
- वर्ष 1984 में यूनेस्को ने मामल्लपुरम को उसके सांस्कृतिक महत्व के कारण विश्व धरोहर स्थल घोषित किया। यहाँ पंच रथ, गुफा मंदिर, अर्जुन तपस्या या गंगा अवतरण एवं तट मंदिर जैसे स्मारक हैं।
पंच रथ मंदिर
- यह महाभारत के पांच पांडवों (युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन, नकुल एवं सहदेव) एवं उनकी पत्नी द्रौपदी को समर्पित एक वास्तुशिल्प श्रद्धांजलि है।
- ये सभी रथ मंदिर एकाश्म हैं अर्थात एक ही पत्थर को काटकर बनाए गए हैं।
- पंच रथों में धर्मराज रथ सबसे बड़ा है। यह अपनी पिरामिड संरचना एवं जटिल नक्काशी के लिए जाना जाता है।
अर्जुन तपस्या या गंगा अवतरण
- महाबलीपुरम में विशाल गुलाबी ग्रेनाइट पर की गई नक्काशी पवित्र गंगा के पृथ्वी पर अवतरण को दर्शाती है। यह नक्काशी भारतीय संस्कृति में गंगा नदी के महत्व को रेखांकित करते हुए एक पौराणिक कथा को जीवंत करती है।
- इसमें भारतीय महाकाव्यों एवं दंतकथाओं की कहानियों की नक्काशी के माध्यम से नैतिक मूल्यों पर जोर दिया गया है, जो पल्लव कलाकारों की कथात्मक क्षमता को प्रदर्शित करता है।
तट मंदिर (Shore Temple)
- इसमें दो मंदिर हैं, जिसमें से एक शिव को और दूसरा विष्णु को समर्पित है। इसका निर्माण नरसिंहवर्मन द्वितीय (या राजसिम्हा) के शासनकाल में किया गया था।
- यह अपनी जटिल नक्काशी एवं मूर्तियों के साथ पल्लव शैली का विशिष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है। इसका समुद्र तटीय स्थान एक ‘लहरते एंटीना’ का प्रतीक है, जो पल्लवों की सांस्कृतिक एवं धार्मिक शक्ति को दक्षिण-पूर्व एशिया में ‘प्रसारित’ करना चाहता था।
इग्ला-एस एवं हर्मीस-900
- भारतीय सेना रूस की इग्ला-एस (Igla-S) मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (MANPADS) का अधिग्रहण करने के लिए लगभग तैयार है।
- साथ ही, सेना हैदराबाद में अडानी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (ADSTL) द्वारा असेंबल किए गए दो इजरायली हर्मीस-900 मीडियम एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस मानव रहित हवाई वाहन (UAV) भी प्राप्त करने वाला है।
इग्ला-एस खरीद से संबंधित प्रमुख बिंदु
- इग्ला-एस सिस्टम को विगत वर्ष आपातकालीन खरीद (EP) की चौथी किश्त के तहत अनुबंधित किया गया था।
- इसे रोसोबोरोनेक्सपोर्ट से ‘प्रौद्योगिकी हस्तांतरण’ के तहत भारत में अडानी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (ADSTL) द्वारा असेंबल किया जा रहा है।
- इसके तहत सेना ने इग्ला-एस लॉन्चर, मिसाइलें, नाइट साइट्स एवं मिसाइल परीक्षण स्टेशन का अनुबंध किया है।
इग्ला-एस (Igla-S) के बारे में
- इग्ला-एस बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली (Very Short-Range Air Defence System : VSHORADS) पर आधारित है। यह आंशिक रूप से भारत में असेंबल की गई है।
- VSHORADS चौथी पीढ़ी का एक मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (MANPAD) है जिसे विशेष रूप से कम दूरी पर निम्न ऊंचाई वाले हवाई खतरों का मुकाबला करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- इसे दुश्मन के विमान को गिराने के लिए किसी व्यक्ति या चालक दल द्वारा फायर किया जा सकता है। इस प्रणाली में लगी मिसाइल की मारक क्षमता पांच से छह किमी. तक है।
- हाथ से पकड़ी जाने वाली यह रक्षा प्रणाली क्रूज़ मिसाइलों एवं ड्रोन जैसे हवाई लक्ष्यों की भी पहचान करके उन्हें निष्क्रिय कर सकता है।
- इग्ला-एस में 9M342 मिसाइल, 9P522 लॉन्चिंग मैकेनिज्म, 9V866-2 मोबाइल टेस्ट स्टेशन और 9F719-2 टेस्ट सेट शामिल हैं।
- इग्ला-एस सिस्टम को देश की उत्तरी सीमा वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) और उच्च पर्वतीय इलाकों में तैनात किया जाएगा। पहाड़ी इलाकों में इग्ला-एस मैनपैड्स अत्यधिक कारगर है।
हर्मीस-900 यूएवी (Hermes-900 UAVs)
- हर्मीस-900 मल्टी-रोल मीडियम-रेंज लॉन्ग-एल्टीट्यूड (MALE) मानवरहित हवाई वाहन (UAV) एल्बिट सिस्टम्स का सबसे बड़ा मानव रहित हवाई वाहन है।
- उन्नत यू.ए.वी. में एक ही उड़ान में 30 घंटे तक के लिए शक्ति होती है और इसमें 450 किग्रा. की पेलोड ले जाने की क्षमता और 30,000 फीट की अधिकतम सीमा के साथ बहु-मिशन क्षमताएं होती हैं।
- विशेषताएँ :
- विभिन्न प्रकार के क्लासिफाइड हथियारों से लैस
- एयर सर्विलांस कैमरे
- HD ऑप्टिकल सेंसर्स
- लेजर पिनपॉइंट टारगेट हिटिंग
|
बिम्सटेक बैठक
- हाल ही में बिम्सटेक (BIMSTEC) की भविष्य की दिशा पर प्रतिष्ठित व्यक्तियों के समूह (EPG) की तीसरी बैठक आयोजित हुई।
- इसका आयोजन ढाका(बांग्लादेश) में हुआ
- इसकी अध्यक्षता थाईलैंड के डॉ. सूनथॉर्न चैयिनदीपम ने की।
- वर्तमान में थाईलैंड BIMSTEC की अध्यक्षता कर रहा है।
BIMSTEC
- यह बंगाल की खाड़ी के तटवर्ती और समीपवर्ती देशों का एक क्षेत्रीय संगठन है।
- इसका पूरा नाम बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन (Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation) है।
- यह वर्ष 1997 में बैंकॉक घोषणा के माध्यम से अस्तित्व में आया।
- इसके 7 सदस्य हैं, जिनमें बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल, श्रीलंका, म्याँमार और थाईलैंड शामिल हैं।
- इसका मुख्यालय ढाका(बांग्लादेश) में है
- इसके उद्देश्यों में शामिल हैं-
- तीव्र आर्थिक विकास हेतु वातावरण तैयार करना
- शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी आदि में सहयोग करना
- क्षेत्र में सामान्य हित के मुद्दों पर सहयोग को बढ़ावा देना; आदि
BIMSTEC में प्रतिष्ठित व्यक्तियों का समूह (EPG)
- इसमें सभी 7 BIMSTEC सदस्य देशों की प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल हैं।
- नवलसांग परमार इसके भारतीय सदस्य हैं।
- इसकी स्थापना BIMSTEC के भविष्य की दिशा तैयार करने के लिए की गई थी।
- इसे सुधार, पुनरुद्धार और BIMSTEC के लिए नए उद्देश्यों की सिफारिश करने का कार्य दिया गया है।
- इसे वर्ष 2024 में थाईलैंड में होने वाली छठी बिम्सटेक बैठक से पहले अपनी सिफारिश प्रस्तुत करनी है।
प्रश्न - बिम्सटेक का मुख्यालय कहाँ है ?
(a) ढाका
(b) काठमांडू
(c) कोलंबो
(d) बैंकाक
|
अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस
- प्रत्येक वर्ष 16 मई को अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस मनाया जाता है।
- यह दिन वर्ष 1960 में भौतिक विज्ञानी और इंजीनियर थियोडोर मैमन द्वारा लेजर के पहले सफल संचालन की याद में मनाया जाता है।
- पहला अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस वर्ष 2018 में मनाया गया था।
- यह दिन प्रकाश के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
- अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस 2024 की थीम हमारे जीवन में प्रकाश (Light In Our Lives) है।
लेजर
- लेजर का मतलब उत्तेजित विकिरण द्वारा प्रकाश प्रवर्धन (Light amplification by stimulated radiation) है।
- यह एक उपकरण है, जो परमाणुओं या अणुओं को विशेष तरंग दैर्ध्य पर प्रकाश उत्सर्जित करने के लिए उत्तेजित करता है और उस प्रकाश को बढ़ाता है।
- यह विकिरण की एक बहुत ही संकीर्ण किरण उत्पन्न करता है।
- लेज़र कृत्रिम प्रकाश है
- लेज़र किरणें बहुत लंबी दूरी तय कर सकती हैं
- ये बहुत सारी ऊर्जा के साथ प्रकाश को केंद्रित कर सकती हैं।
लेजर का उपयोग
- नाजुक चिकित्सा सर्जरी करने में
- हीरे या मोटी धातु को काटने के लिए
- संचार,टीवी और इंटरनेट सिग्नल ले जाने में
- लेजर प्रिंटर, बारकोड स्कैनर और डीवीडी प्लेयर में
- इसका उपयोग स्पेक्ट्रोमीटर में भी किया जाता है, जो वैज्ञानिकों को यह पता लगाने में मदद करता है कि चीजें किस चीज से बनी हैं।
रस्किन बॉन्ड को ‘साहित्य अकादमी फेलोशिप’
- हाल ही में अंग्रेजी लेखक रस्किन बॉन्ड को प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी फेलोशिप से सम्मानित किया गया।
- यह साहित्य अकादमी द्वारा किसी लेखक को प्रदान किया जानेवाला सर्वोच्च सम्मान है।
- रस्किन बॉन्ड का जन्म वर्ष 1934 में कसौली, हिमाचल प्रदेश में हुआ था
- इन्होंने साहित्य की विभिन्न विधाओं में लेखन किया है।
- इनकी चर्चित कृतियों में शामिल हैं-
- वन्स अपॉन ए मॉनसून टाइम
- एंग्री रिवर
- स्ट्रेंजर्स इन द नाइट
- लेपर्ड ऑन द माउंटेन
- रस्किन बॉन्ड को वर्ष 1992 में साहित्य अकादमी पुरस्कार मिल चुका है
- इन्हें वर्ष 1999 में पद्म श्री और वर्ष 2019 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है
- साहित्य अकादमी, भारतीय साहित्य के विकास के लिए कार्य करने वाली राष्ट्रीय संस्था है।
- इसकी स्थापना वर्ष 1954 में की गई थी
फेडरेशन कप में नीरज चोपड़ा ने जीता स्वर्ण पदक
- हाल ही में नीरज चोपड़ा ने राष्ट्रीय फेडरेशन सीनियर एथलेटिक्स प्रतियोगिता में पुरुषों की भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीता।
- यह फेडरेशन सीनियर एथलेटिक्स प्रतियोगिता का 27वां संस्करण था
- इसका आयोजन भुवनेश्वर(ओड़िशा) में हुआ था
- वर्ष 2021 में भी नीरज चोपड़ा ने इस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता था।