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शॉर्ट न्यूज़ : 23 मई , 2024

शॉर्ट न्यूज़ : 23 मई , 2024


प्री-एक्लेमप्सिया

भारतीय मेटेरियोविजिलेंस प्रोग्राम

मैतेई सागोल

ATD बेस्ट अवार्ड्स 2024

आपातकालीन चिकित्सा प्रतिक्रिया प्रणाली

प्रोजेक्ट उद्भव

नेगलेरिया फाउलेरी

अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार

यात्रा और पर्यटन विकास सूचकांक 2024


प्री-एक्लेमप्सिया

प्रत्येक वर्ष 22 मई को ‘विश्व प्री-एक्लेमप्सिया दिवस’ और मई माह को ‘प्री-एक्लेमप्सिया रोकथाम माह’ के रूप में मनाया जाता है। 

प्री-एक्लेमप्सिया (Pre-eclampsia) के बारे में 

  • क्या है : महिलाओं में उच्च रक्तचाप एवं मूत्र में उच्च प्रोटीन स्तर जैसी गर्भावस्था जटिलता 
    • ये जटिलता गुर्दे (प्रोटीन्यूरिया) या अंग क्षति के लक्षणों का संकेत है। 
  • अवधि : गर्भावस्था के बीसवें सप्ताह के बाद शुरू और प्रसवोत्तर छठे सप्ताह तक ठीक।
    • बच्चे के जन्म के बाद भी प्रीक्लेम्पसिया विकसित हो सकता है। इस स्थिति को प्रसवोत्तर प्रीक्लेम्पसिया कहा जाता है।
  • कारण : अस्पष्ट  
    • हालाँकि, ऐसा माना जाता है कि यह रक्त वाहिकाओं में समस्या के कारण प्लेसेंटा के ठीक से विकसित न होने से होता है। 
  • प्रमुख लक्षण : थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (रक्त में प्लेटलेट्स स्तर में कमी), लिवर एंजाइमों में वृद्धि (लिवर की समस्याओं का संकेत), गंभीर सिरदर्द, दृष्टि से संबंधित समस्याएं। 
  • उपचार : केवल बच्चे के जन्म के बाद ही ठीक करना संभव।

क्या आप जानते हैं?

  • स्वस्थ गर्भधारण के दौरान वजन बढ़ना एवं सूजन (एडिमा) सामान्य है। हालाँकि, अचानक वजन बढ़ना या एडिमा का अचानक प्रकट होना (विशेष रूप से आपके चेहरे और हाथों में) प्रीक्लेम्पसिया का संकेत हो सकता है।
  • राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5) के अनुसार, गर्भावस्था में उच्च रक्तचाप संबंधी विकार मातृ मृत्यु का एक प्रमुख कारण है।
    • प्रसवकालीन मृत्यु दर प्रति 1,000 गर्भधारण पर 32 है जबकि 1,000 जीवित जन्मों पर नवजात मृत्यु दर 25 है।
  • इंडियन रेडियोलॉजिकल एंड इमेजिंग एसोसिएशन (IRIA) ने अपने प्रमुख कार्यक्रम ‘समरक्षण’ (Samrakshan) के माध्यम से भारत के सभी जिलों में सुरक्षित मातृत्व की दिशा में काम कर रहा है।


भारतीय मेटेरियोविजिलेंस प्रोग्राम

भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने सभी चिकित्सा उपकरण लाइसेंस धारकों एवं निर्माताओं को जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरणों से संबंधित प्रतिकूल घटना के विषय में भारतीय मेटेरियोविजिलेंस प्रोग्राम (MVPI) प्लेटफॉर्म पर रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है।

भारतीय मेटेरियोविजिलेंस प्रोग्राम (MVPI) के बारे में

  • MVPI को औपचारिक रूप से 06 जुलाई, 2015 को भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) द्वारा लॉन्च किया गया था। 
  • वर्ष 2018 से इसकी देखरेख भारतीय फार्माकोपिया आयोग करता है। यह आयोग स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की एक स्वायत्त संस्था है।

भारतीय मेटेरियोविजिलेंस प्रोग्राम के उद्देश्य 

  • रोगी सुरक्षा निगरानी के लिए एक राष्ट्रव्यापी प्रणाली निर्मित करना 
  • चिकित्सा उपकरणों के उपयोग के जोखिम-लाभ अनुपात का विश्लेषण करना
  • चिकित्सा उपकरणों की सुरक्षा पर साक्ष्य-आधारित डाटा उत्पन्न करना
  • चिकित्सा उपकरणों के उपयोग पर निर्णय लेने की प्रक्रिया में केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) का समर्थन करना
  • जोखिम को न्यूनतम करने के लिए विभिन्न हितधारकों को चिकित्सा उपकरणों के उपयोग पर सुरक्षा जानकारी संप्रेषित करना
  • मेटेरियोविजिलेंस गतिविधियों के लिए राष्ट्रीय उत्कृष्टता समन्वय केंद्र के रूप में उभरना
    • सूचना एवं डाटा प्रबंधन के आदान-प्रदान के लिए अन्य स्वास्थ्य देखभाल संगठनों और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ सहयोग करना  

केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन (CDCSO) के बारे में 

  • स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के अधीन केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) एक राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण (NRA) है। 
  • इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। 
  • औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 और औषधि एवं प्रसाधन सामग्री नियम, 1945 के तहत औषधियों व प्रसाधन सामग्री के नियमन के लिए केंद्रीय तथा राज्य नियामकों को विभिन्न जिम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं।
    • भारत में चिकित्सा उपकरणों की सुरक्षा, गुणवत्ता एवं प्रदर्शन को इनके अनुसार ही नियंत्रित किया जाता है। 
    • वर्तमान में, भारत चिकित्सा उपकरणों के लिए 80% आयात पर निर्भर है।

भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI)

  • यह भारत सरकार के केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन विभाग का प्रमुख है।
  • यह भारत में दवाओं के निर्माण, बिक्री, आयात व वितरण के लिए मानक भी तय करता है।

मैतेई सागोल

मणिपुर की सरकार द्वारा मैतेई सागोल के संरक्षण के लिए विभिन्न संगठनों और संघों के साथ मिलकर काम करने का निर्णय किया है।

मैतेई सागोल (Meitei Sagol) के बारे में 

  • मैतेई सागोल भारत में घोड़े और टट्टू की सात मान्यता प्राप्त नस्लों में से एक है। इसे मणिपुरी टट्टू (Manipuri Pony) भी कहा जाता है। 
    • अन्य नस्लों में मारवाड़ी घोड़ा, काठियावाड़ी घोड़ा, ज़ांस्कर टट्टू, स्पीति टट्टू, भूटिया टट्टू और कच्छी-सिंधी घोड़ा शामिल हैं।

TATTTU

  • विशेषताएँ : इस अपेक्षाकृत एक छोटी नस्ल के टट्टू में उच्च सहनशक्ति और कठोर जलवायु परिस्थितियों के प्रति अनुकूलनशीलता पाई जाती है। 
  • मणिपुरी जीवनशैली में टट्टू का विशेष स्थान है। लाई हारोबा जैसे पारंपरिक आयोजनों और पोलो तथा घुड़दौड़ जैसे खेलों में इस्तेमाल किए जाने के अलावा इनका उपयोग 17वीं शताब्दी के दौरान मणिपुर साम्राज्य की घुड़सवार सेना द्वारा सवारी के रूप में भी किया जाता था।
  • मणिपुरी टट्टू की जनसंख्या में तेजी से गिरावट आ रही है, वर्ष 2003 में 1,898 से घटकर वर्ष 2019 में केवल 1,089 रह गई, जिसके कारण वर्ष 2013 में मणिपुर सरकार ने इस नस्ल को लुप्तप्राय घोषित कर दिया।
  • नस्ल के संरक्षण के लिए वर्ष 2016 में मणिपुरी टट्टू संरक्षण और विकास नीति (MPCDP) बनाई गई थी ।
  • खतरे :
    • तेजी से शहरीकरण और अतिक्रमण के कारण मणिपुरी टट्टू के प्राकृतिक आवास का ह्रास 
    • ग्रामीण मणिपुर में पोलो मैदानों/पोलो खेल क्षेत्रों का अभाव
    • पोलो के खेल को छोड़कर टट्टू के उपयोग पर प्रतिबंध
    • अनियंत्रित बीमारियाँ
    • टट्टुओं का पड़ोसी राज्यों और देशों की ओर पलायन

सागोल कांगजेई

  • भारत के मणिपुर में एक पारंपरिक घुड़सवारी-गेंद खेल, जो लंबे हैंडल वाली छड़ी का उपयोग करके घोड़े पर खेला जाता है।
  • इसे मणिपुरी पोलो के नाम से भी जाना जाता है और इसे आधुनिक अंतर्राष्ट्रीय पोलो का पूर्ववर्ती माना जाता है। 
  • मणिपुरी में "सागोल" शब्द का अर्थ है "टट्टू", और "कांगजेई" का अर्थ है "लाठी से खेला जाने वाला खेल"।

ATD बेस्ट अवार्ड्स 2024

ATTD

चर्चा में क्यों ?

  • हाल ही में पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड को ATD बेस्ट अवार्ड्स 2024 से सम्मानित किया गया। 
  • पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड को इससे पहले वर्ष 2021 और 2023 में भी यह अवार्ड मिल चुका है।

STAR

ATD बेस्ट अवार्ड्स

  • ATD बेस्ट अवार्ड्स शिक्षण और विकास (L&D) के क्षेत्र में सबसे सम्मानित अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों में से एक है।
  • यह अमेरिका स्थित एसोसिएशन फॉर टैलेंट डेवलपमेंट (ATD) की ओर से दिया जाता है।
  • यह उन संगठनों को सम्मानित करता है:
    • जो एक रणनीतिक व्यावसायिक उपकरण के रूप में प्रतिभा विकास का लाभ उठाते हैं 
    • प्रभावी कर्मचारी विकास अभ्यासों के माध्यम से उद्यम-व्यापी सफलता का प्रदर्शन करते हैं।

पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड

  • यह महारत्न श्रेणी का सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है
  • इसकी स्थापना वर्ष 1989 में हुई थी।
  • इसका मुख्यालय गुरूग्राम (हरियाणा) में है।
  • यह क्षेत्रीय और राष्ट्रीय विद्युत ग्रिडों की स्थापना और कार्यान्वयन में सहायता करता है 
  • यह देश के 90% अंतरराज्यीय और अंतर-क्षेत्रीय बिजली ट्रांसमिशन सिस्टम को कवर करता है। 

आपातकालीन चिकित्सा प्रतिक्रिया प्रणाली

AAPAT

चर्चा में क्यों ?

  • हाल ही में कमांड हॉस्पिटल एयर फ़ोर्स, बेंगलुरु में  भारतीय वायुसेना(IAF) की पहली आपातकालीन चिकित्सा प्रतिक्रिया प्रणाली का उद्घाटन किया गया।
  • यह प्रणाली पूरे देश में भारतीय वायुसेना की सेवा के लिए अपनी तरह की पहली 24x7 टेलीफोनिक चिकित्सा हेल्पलाइन है।
  • इसका उद्देश्य देश भर में भारतीय वायु सेना के सेवारत कर्मियों और उनके परिवारजनों की चिकित्सा की आपात स्थिति में त्वरित देखभाल सुनिश्चित करना है।

प्रोजेक्ट उद्भव

UDHBHAV

चर्चा में क्यों ?

  • हाल ही में भारतीय सेना प्रमुख ने ‘प्रोजेक्ट उद्भव’ के बारे में जानकारी साझा की है।

प्रोजेक्ट उद्भव

    •  इस प्रोजेक्ट को आधिकारिक तौर पर अक्टूबर 2023 में भारतीय सैन्य विरासत महोत्सव में लॉन्च किया गया था।
    • इसका उद्देश्य भारतीय सैन्य विरासत को आधुनिक सैन्य शिक्षा शास्त्र का हिस्सा बनाना है।
  • इस प्रोजेक्ट के तहत भारतीय सेना खुद को भविष्य की लड़ाइयों के लिए वेद, पुराण और महाभारत की मदद से तैयार कर रही है।
    • ये भारतीय ग्रंथ धर्म और नैतिक मूल्यों पर आधारित शासन कला, रणनीति, कूटनीति और युद्ध विजय की जानकारी देते हैं। 
  • अब सेना ने इस प्रोजेक्ट के तहत उद्भव जानकारियों को यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर अपलोड करने की योजना बनाई है।  

नेगलेरिया फाउलेरी

चर्चा में क्यों ?

  • हाल ही में, केरल के कोझिकोड जिले में नेगलेरिया फाउलेरी के कारण होने वाले संक्रमण प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस से एक लड़की की मृत्यु हो गई।

नेगलेरिया फाउलेरी

  • यह एक स्वतंत्र जीवधारी अमीबा या एककोशिकीय जीव है।
  • इसे दिमाग खाने वाले अमीबा भी कहा जाता है 
  • यह अमीबा गर्म ताजे पानी वाले स्थानों जैसे झीलें और नदियाँ, स्विमिंग पूल इत्यादि में पाया जा सकता है
  • जब लोग पानी में तैर रहे होते हैं तब यह नाक के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है और फिर यह मस्तिष्क तक जाता है
  • यह मस्तिष्क के ऊतकों को नष्ट कर देता है और सूजन का कारण बनता है।
  • यह गैर-संचारी है दूषित पानी पीने से लोग नेगलेरिया फाउलेरी से संक्रमित नहीं होते हैं।

प्राथमिक अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस 

  • यह एक दुर्लभ मस्तिष्क संक्रमण है जो नेग्लेरिया फाउलेरी के कारण होता है। 
  • इसके लक्षणों में सिरदर्द, बुखार, गर्दन में अकड़न और भ्रम का अनुभव होना शामिल है
  • इस बीमारी का अभी तक कोई प्रभावी इलाज नहीं है।

अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार

BOOKER

चर्चा में क्यों ?

  • हाल ही में माइकल हॉफमैन द्वारा अनुवादित जेनी एर्पेनबेक के उपन्यास  'कैरोस' को अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2024 मिला 
  • जेनी एर्पेनबेक अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार की पहली जर्मन विजेता हैं
  • 'कैरोस' पूर्वी जर्मनी के अस्तित्व के अंतिम वर्षों के दौरान एक उलझे हुए प्रेम संबंध की कहानी है।

अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार

  • इसकी स्थापना गैर-अंग्रेजी भाषाओं में साहित्य को मान्यता देने के लिए की गई थी। 
  • यह पुरस्कार प्रतिवर्ष उस सर्वश्रेष्ठ उपन्यास को प्रदान किया जाता है जिसका अंग्रेजी में अनुवाद किया गया हो और जिसे यूके या आयरलैंड में प्रकाशित किया गया है।
  • इस पुरस्कार का उद्देश्य दुनिया भर में गुणवत्तापूर्ण उपन्यासों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है 
  • इसमें 50,000 पाउंड की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है जो लेखक और अनुवादक के बीच समान रूप से विभाजित की जाती है।
  • इसके अलावा, शॉर्टलिस्ट किए गए लेखकों और अनुवादकों को भी  2,500 पाउंड दिए जाते हैं।

यात्रा और पर्यटन विकास सूचकांक 2024

TTVEL

चर्चा में क्यों ?

  • हाल ही में विश्व आर्थिक मंच द्वारा यात्रा और पर्यटन विकास सूचकांक 2024 जारी किया गया 
  • विश्व आर्थिक मंच ने इसे इंग्लैंड के सरे विश्वविद्यालय के सहयोग से तैयार किया है।
  • इस सूचकांक में 119 देशों को शामिल किया गया है
  • भारत को इस सूचकांक में 39वां स्थान दिया गया है  
    • वर्ष 2022 में भारत 54वें स्थान पर था।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका पहले और माली सबसे अंतिम स्थान पर है 

यात्रा और पर्यटन विकास सूचकांक

  • यह विश्व आर्थिक मंच द्वारा जारी एक द्विवार्षिक रिपोर्ट है। 
  • पहला सूचकांक वर्ष 2022 में जारी किया गया था।
  • यह सूचकांक उन कारकों और नीतियों को मापता है जो यात्रा और पर्यटन क्षेत्र के विकास को सक्षम बनाती हैं 
  • इस सूचकांक में 17 स्तंभों और 102 व्यक्तिगत संकेतकों के आधार पर किसी देश को स्कोर दिया जाता है। 
  • इसमें अधिकतम अंक 7 और न्यूनतम अंक 1 है।
  • 1 सबसे खराब और 7 सबसे अच्छा है
  • वर्ष 2024 के सूचकांक में भारत का स्कोर 4.25 है।  

प्रश्न -  यात्रा और पर्यटन विकास सूचकांक किसके द्वारा जारी किया जाता है ?

(a) विश्व बैंक 

(b) पर्यटन मंत्रालय

(c) विश्व आर्थिक मंच

(d) नीति आयोग 


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