Current Affairs 28-May-2021
हालिया प्रकाशित एक शोध-पत्र के अनुसार, विगत 40 वर्षों में संभावित पवन ऊर्जा क्षमता में लगभग 13% की कमी आई है। हिंद महासागर के बढ़ते उष्मन के परिणामस्वरूप ग्रीष्मकालीन मानसून की अनिश्चितता बढ़ी है। यह भारत के महत्त्वाकांक्षी पवन ऊर्जा उत्पादन के लक्ष्य में बाधक बन सकता है।
Current Affairs 27-May-2021
हाल के वर्षों में, विश्व में जलवायु परिवर्तन का चरम स्वरूप देखने को मिला, इसमें समुद्री जलस्तर में वृद्धि से लेकर भीषण गर्मी का प्रकोप तथा बाढ़ से लेकर भयंकर चक्रवात शामिल हैं।
Current Affairs 17-May-2021
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) के अंतर्गत आने वाली ‘पर्यावरण मूल्यांकन समिति’ (EAC) ने ग्रेट निकोबार द्वीप में क्रियान्वित की जाने वाली नीति आयोग की महत्त्वाकांक्षी परियोजना के संबंध में गंभीर चिंताएँ व्यक्त की हैं।
PT Cards 12-Apr-2021
सिंगापुर के वैज्ञानिक ‘रोबो-प्लांट’ तकनीक पर कार्य कर रहे हैं, जिसे ‘प्रकृति और प्रौद्योगिकी’ का संगम कहा जा रहा है। इसके लिये उन्होंने ‘थर्मोजेल’ का प्रयोग करके वीनस फ्लाईट्रैप (एक कीटभक्षी पादप) की सतह पर फिल्म के सदृश्य अत्यंत सूक्ष्म व मुलायम इलेक्ट्रोड लगाया है।
Current Affairs 07-Apr-2021
वर्तमान में जलवायु परिवर्तन की समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है, जिसने विश्व के सभी देशों के समक्ष चुनौती प्रस्तुत की है। जलवायु परिवर्तन की समस्या के समाधान हेतु वर्ष 2050 तक ‘नेट ज़ीरो उत्सर्जन’ के लक्ष्य की प्राप्ति को अति महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है।
PT Cards 09-Mar-2021
जलवायु परिवर्तन के चलते बर्फ से ढके आर्कटिक महासागर के कुछ हिस्से पिघल जाने के कारण, चीन ने ‘ध्रुवीय रेशम मार्ग’ के निर्माण में अपनी रुचि दिखाई है, जिससे एक नए समुद्री मार्ग के उद्भव की संभावना बढ़ गई है।
Current Affairs 24-Feb-2021
कृषि कानूनों पर चल रही चर्चा ने कृषि व संबद्ध क्षेत्र की उत्पादकता को बढ़ाने और उत्पादन अंतराल को भरने के लिये बुनियादी ढाँचे में निवेश की आवश्यकता पर बल दिया है।
Current Affairs 23-Feb-2021
हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यू.एन.ई.पी.) ने संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा (UNEA -5) के पांचवें सत्र के पहले'मेकिंग पीस विथ नेचर ('Making Peace with Nature)’ नामक रिपोर्ट जारी की है।
Current Affairs 13-Feb-2021
हाल ही में, चमोली में ग्लेशियर के टूटने और फ़्लैश फ्लड के बाद समाज-वैज्ञानिक यहाँ की अर्थव्यवस्था पर आपदा के प्रभाव का आकलन कर रहे हैं। वैज्ञानिक और नीति निर्माता आपदा के लिये प्राथमिक तौर पर जलवायु परिवर्तन या पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र में अनियंत्रित विकास को ज़िम्मेदार ठहराने पर बहस कर रहे हैं।
Current Affairs 11-Feb-2021
हाल ही में, उत्तराखंड के चमोली ज़िले में ग्लेशियर (हिमनद) टूटने से भारी तबाही हुई। इस घटना के बाद से ग्लेशियरों की निगरानी और उन पर पड़ने वाले जलवायु परिवर्तन के सम्भावित प्रभावों से जुड़े प्रश्न भी उठ रहे हैं।
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